भोपालः मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस का समारोह भोपाल में एक जगह पर मंत्रिपरिषद से साथ मुख्यमंत्री के द्वारा संपन्न किया जाएगा। इस वर्ष कोई सार्वजनिक उत्सव और कार्यक्रम नहीं होंगे।
मध्य प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस पर कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होगा। स्वतंत्रता दिवस समारोहों का आयोजन सीमित व्यक्तियों की उपस्थिति में होगा। स्कूलों में भी छात्रों को नहीं बुलाया जाएगा। मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक आज यह फैसला लिया गया।
मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के आयोजन सीमित व्यक्तियों की उपस्थिति में आयोजित होंगे। परंपरा के अनुसार राज्य भर के स्कूलों में आयोजित किए जाने वाले स्वतत्रता दिवस आयोजन इस बार नही होंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए की सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए ध्वजा रोहण समारोह आयोजित किए जाएं। इस दौरान कोरोना से बचाव की सारी ऐतिहात बरती जाए।
दुराचार के आरोपी एक्साइज इंसपेक्टर को किया बर्खास्त
मंत्रिमंडल की बैठक में उज्जैन के एक एक्साइज इंंस्पेक्टर पंकज जैन को बर्खास्त करने का भी फैसला लिया गया। पंकज जैन कल ही एक नाबालिग बालिका से दुराचार के आरोप में कल ही उज्जैन पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए थे। कैबिनेट ने फैसला लिया की नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोपी पंकज जैन इस ममाले में कोई विभागीय जांच भी नही होगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक के दौरान कहा कि प्रदेश में इस किस्म के घृणित अपराध करने वालों को बख्शा नही जाएगा। आपने कहा कि प्रदेश में अपराधिक तत्वों के खिलाफ पुलिस के द्वारा चलाई जा रही मुहिम जारी रहेगी।
मंत्रियों को हिदायत दी कि वे जुलाई के इस चालू माह में अपने विभागों को अच्छी तरह से समझ लें
कैबिनेट की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रियों को हिदायत दी कि वे जुलाई के इस चालू माह में अपने विभागों को अच्छी तरह से समझ लें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि कोविड-19 को देखते हुए आर्थिक क्षेत्र की समृद्धि और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में सभी विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
इसके लिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक मंत्री अपने विभाग की आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश में भूमिका के संबंध में विचार-विमर्श कर एक प्रारूप बनाएं। इस रोडमेप के अनुसार मासिक, त्रैमासिक और छमाही लक्ष्य बनाकर कार्य किया जाए। मंत्री गण विभागीय समीक्षा भी करें।
यह समीक्षा जुलाई माह में ही संपन्न की जाना है। इसके बाद भी प्रति माह समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आव्हान और उनके इस मंत्र को मूर्तरूप देने के लिए मध्यप्रदेश में मंत्री, विभागीय स्तर पर प्रयास कर उन्हें क्रियान्वित करें।
इसके लिए विद्वानों, विशेषज्ञों और प्रमुख संगठनों से भी चर्चा की जा सकती है। उनके सुझाव प्राप्त कर विभाग की भूमिका को महत्वपूर्ण बनाया जाये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वह आज और कल 23 जुलाई को वे स्वयं मंत्रियों से वन-टू-वन चर्चा भी कर रहे हैं ।विभागीय गतिविधियों पर रखें पैनी नजर
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मंत्रियों की विभाग की प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर होना चाहिए। किसी भी ोित से विभाग से संबंधित जानकारी मिलती है तो मंत्री उसकी गहराई में जाएं। यदि समाचार-पत्र में भी कोई गलत तथ्य प्रकाशित है तो उसका प्रतिवाद करें। विभागीय योजनाओं के साथ उनके क्रियान्वयन की बाधाओं की जानकारी पर मंत्री निरंतर निगाह रखें।