लाइव न्यूज़ :

कोविड-19ः मध्य प्रदेश में रिकवरी रेट बढ़कर हुआ 72.3 प्रतिशत, अभी बंद रहेगा अंतरराज्यीय बसों का संचालन 

By शिवअनुराग पटैरया | Updated: June 16, 2020 15:20 IST

कोरोना नियंत्रण की स्थिति की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई कि प्रदेश में गत लगभग एक माह से वायरस के नियंत्रण की प्रवृत्ति स्थिर है। एक्टिव केस अन्य राज्यों से कम हैं वहीं अन्य राज्यों की तुलना में मध्य प्रदेश में  वायरस संक्रमण भी अपेक्षाकृत नियंत्रण में है।

Open in App
ठळक मुद्देबैठक में निर्णय लिया गया कि 30 जून तक राज्य में अंतरराज्यीय बसों का संचालन बंद रहेगा। रात्रि 9 से सुबह 5 बजे तक अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर शेष गतिविधियां बंद रहेंगी। कार्यालयों में अधिकारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति रहेगी।बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह  चौहान ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि फीवर क्लीनक का संचालन और बेहतर ढंग से किया जाए।

भोपालः कोरोना से मध्य प्रदेश का रिकवरी रेट इस समय 72.3 हो गया है, जो राजस्थान के पश्चात देश में सर्वाधिक है। इसके अलावा डबलिंग रेट 34.9 दिवस है, जो सभी राज्यों से ज्यादा है।

इसका अर्थ है मध्य प्रदेश में संक्रमण की गति को रोकने में सफलता मिली है। प्रदेश में कोरोना नियंत्रण की स्थिति की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई कि प्रदेश में गत लगभग एक माह से वायरस के नियंत्रण की प्रवृत्ति स्थिर है। एक्टिव केस अन्य राज्यों से कम हैं वहीं अन्य राज्यों की तुलना में मध्य प्रदेश में  वायरस संक्रमण भी अपेक्षाकृत नियंत्रण में है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि 30 जून तक राज्य में अंतरराज्यीय बसों का संचालन बंद रहेगा। स्कूल कॉलेज एवं शैक्षणिक संस्थाएं भी अभी बंद रहेंगी। रात्रि 9 से सुबह 5 बजे तक अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर शेष गतिविधियां बंद रहेंगी। कार्यालयों में अधिकारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति रहेगी।

समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह  चौहान ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि फीवर क्लीनक का संचालन और बेहतर ढंग से किया जाए। कंटेनमेंट क्षेत्र में नियमों का सख्ती से पालन हो। इन क्षेत्रों में व्यक्तियों को कहीं भी आने-जाने की लापरवाही पूर्ण स्वतंत्रता नहीं दी जाए। कोविड केयर केन्द्रों का पूरी क्षमता के साथ उपयोग किया जाए।

टेस्टिंग और सर्वेलेंस का कार्य भी पूरी गंभीरता से किया जाए। मुख्यमंत्री  ने निर्देश दिए कि जहाँ आवश्यक हो रोगियों को ऑनलाइन परामर्श भी उपलब्ध कराया जाए। पूर्ण सेम्पलिंग और गंभीर रोगियों को ट्रेक कर बेहतर चिकित्सा केन्द्र में पहुंचाने के भी प्रयास किए जाएं।

मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि लघु और दीर्घ अवधि की योजना तैयार रहना चाहिए। व्यवस्थाओं में जहाँ कहीं भी कमियां दिखें उन्हें जिला स्तर पर दूर करने का प्रयास किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अस्पतालों में रोगियों को गीत-संगीत और उत्साहजनक वातावरण उपलब्ध करवाया जाए ताकि रोगियों का मनोबल बढ़े और वे जल्दी स्वस्थ हों। 

मुख्यमंत्री  चौहान ने राज्य की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि अन्य राज्यों से वायरस नियंत्रण में अच्छी सफलता मिलने के बाद भी कुछ जिलों में पॉजीटिव केस सामने आ रहे हैं। प्रयास यह होना चाहिए कि रोगियों के उपचार के प्रति पूरी गंभीरता बनी रहे।

सोशल डिस्टेंसिंग और वायरस से बचाव के पूरे उपाय अमल में लाये जाए। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य  मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में अब तक 10 हजार 935 पॉजीटिव रोगी पाए गए हैं। जिनमें से 7 हजार 903 रोगी स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं। एक्टिव केस 2 हजार 567 हैं। प्रदेश का पॉजीटिविटी रेट 4.26 है। जिसमें कमी लाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

टॅग्स :मध्य प्रदेश में कोरोनाशिवराज सिंह चौहानकोविड-19 इंडियाभोपालकोरोना वायरसकोरोना वायरस इंडिया
Open in App

संबंधित खबरें

भारतभयावह हादसे के चार दशक, नहीं सीखे सबक

भारतविश्वरंग 2025: प्रतिभागियों और दर्शकों को भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराइयों से जोड़ा

भारतकानून की पकड़ से बच नहीं सकेगा कोई भी अपराधी, सीएम मोहन यादव बोले-कानून सबके लिए

भारतपंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर भोपाल के कटारा-बर्रई में बनेगा बड़ा स्पोर्ट्स स्टेडियम : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

कारोबारहैदराबाद के निवेशकों के साथ जोड़ने आए हैं नई डोर, सीएम मोहन यादव बोले- 36,600 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 27,800 रोजगार सृजित

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा