भोपालः मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने दल बदल का काम तेज कर दिया है. मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री बालेन्दु शुक्ला ने आज फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर पहुंचकर कांग्रेस की सदस्यता ली.
बालेन्दु शुक्ला के द्वारा कांग्रेस का दामन फिर थामने के पूर्व सांसद प्रेमचंद्र गुड्डू अपने बेटे और भतीजे के साथ भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आ चुके हैं. यही नहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से बगावत कर शिवराज सरकार में मंत्री बने तुलसी सिलावट और गोविन्द सिंह के साथ तमाम कांग्रेस कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके हैं.
आने वाले दिनों में लगता है कि यह सिलसिला और तेज चलने वाला है. भाजपा ने मेरी उपयोगिता नहीं की, कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद बालेन्दु शुक्ला ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कहा कि उनकी और मेरी कभी नहीं बनी.
भाजपा में मुझे सम्मान मिला लेकिन मेरी राजनीतिक उपयोगिता भाजपा ने कभी नहीं की. कांग्रेस में मेरी उपयोगिता कैसे होगी इसका तय कांग्रेस पार्टी तय करेगी. गौरतलब है कि माधवराव सिंधिया के जीवित रहने तक बालेन्दु शुक्ला का सिंधिया परिवार से निकटता का रिश्ता था, लेकिन उनके निधन के बाद से महल से उनकी दूरी सी हो गई थी.
इसके बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था, मगर भाजपा में लंबे समय से उपेक्षा होते देख अब उन्होंने फिर कांग्रेस का दामन थामा है. माना जा रहा है कि शुक्ला को कांग्रेस ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से टिकट भी दे सकती है.