एग्जिट पोल के नतीजों को तेजस्वी यादव ने बताया बाजार की मजबूरी, कहा-स्ट्रांग रूम पर रखनी होगी कड़ी निगरानी
By एस पी सिन्हा | Published: May 20, 2019 05:29 PM2019-05-20T17:29:16+5:302019-05-20T17:29:16+5:30
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि 'एग्जिट से पहले बाजार की अपनी मजबूरियां एग्जिट पोल के नाम से बेची जाती हैं. यहां बता दें कि तेजस्वी यादव कल वोट भी नहीं डाल सके थे और यह सवाल उठने लगा था कि आखिर उन्होंने वोट क्यों नहीं डाला और वे कहां है?
लंबे चुनावी अभियान के बाद एकाएक गायब हुए तेजस्वी यादव ने अब एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज करते हुए इसे बाजार की मजबूरी बताया है. नतीजों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा है कि ’संघ समर्थित संस्थानों और संसाधनों की मदद से वंचितों के मनोविज्ञान से खेलना इनका हथियार है.’ लोगों को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा है कि गंदे खेल के माहिर लोगों की चाल कामयाब ना हो, इसके लिए स्ट्रांग रूम पर कड़ी निगरानी रखें.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि 'एग्जिट से पहले बाजार की अपनी मजबूरियां एग्जिट पोल के नाम से बेची जाती हैं. यहां बता दें कि तेजस्वी यादव कल वोट भी नहीं डाल सके थे और यह सवाल उठने लगा था कि आखिर उन्होंने वोट क्यों नहीं डाला और वे कहां है? लेकिन विरोधी दल के नेताओं ने भी उन पर चुटकी ली थी.
एग्ज़िट से पहले बाज़ार की अपनी मजबूरियाँ एग्जिट पोल के नाम से बेची जाती हैं।संघ समर्थित संस्थानों और संसाधनों की मदद से वंचितो के मनोविज्ञान से खेलना इनका पुराना हथियार है।इसे ख़ारिज करें।हम जीत रहे है। स्ट्रोंग रूम पर कड़ी निगरानी रखे।गंदे खेल के माहिर लोगों की चाल कामयाब ना हो।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 20, 2019
तेजस्वी यादव द्वारा मतदान नहीं किये जाने को लेकर जदयू ने निशाना साधा है. जदयू ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि आपने मतदान क्यों नहीं किया? यहां बता दें कि तेजस्वी यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए संविधान बचाने के लिए मुहिम छेड़ रखी थी. लालू प्रसाद यादव को झूठे आरोप में जेल भेजने का आरोप मोदी सरकार पर लगाते हुए जनता से मतदान की अपील भी की थी.
जदयू ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि क्या वे खुद लालूजी को जेल से नहीं निकालना चाहते हैं? जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आज ट्वीट कर तेजस्वी यादव से सवाल पूछा है कि 'पिता लालू प्रसाद यादव को जेल से निकालने के लिए वोट मांगते घूमे. परंतु, खुद नहीं वोट दिये! क्या अब ये खुद नहीं चाहते कि लालूजी जेल से निकले? आखिर लालूजी निकलते तो पार्टी वे चलाने लगेंगे, फिर बबुआ को पूछेगा कौन? अब तो बबुआ को हकीकत बताना चाहिए.'