नई दिल्ली, 5 अगस्तः भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने पीएस श्रीधरन पिल्लई को केरल में पार्टी प्रमुख नियुक्त किया है और त्रिपुरा में पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले सुनील देवधर को राष्ट्रीय सचिव बनाकर तरक्की दी है।
पार्टी के एक बयान के मुताबिक देवधर त्रिपुरा में पार्टी के प्रभारी थे। लेकिन उनके त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के साथ कथित रूप से तनावग्रस्त संबंध हैं और ऐसी अटकलें हैं कि इसी वजह से पार्टी नेतृत्व उन्हें त्रिपुरा से हटाकर नई जिम्मेदारी सौंप रहा है। देब के करीबी सूत्रों ने उनपर मुख्यमंत्री के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया है।
इसलिए अब उन्हें केरल के साथ आंध्र प्रदेश का सह प्रभारी बनाया गया है जहां अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि केरल भेजने के पीछे तर्क ये भी हो सकता है कि सुनील देवधर को 'लाल किला' ढहाने का अच्छा अनुभव हो गया है। उन्होंने त्रिपुरा में 25 सालों से अपराजेय चल रही वाम दल के राज को उखाड़ फेंकने में कामयाबी हासिल की थी।
कमोबेश केरल में भी उसी तरह के हालात हैं। सुनील को ऐसे माहौल में काम करने का खास अनुभव है। इसलिए उनके अनुभव का फायदा उठाने की कोशिश बीजेपी कर रही है।
वही बीजेपी के बयान में बताया गया है कि पार्टी ने अनुसूचित जाति मोर्चे के पूर्व अध्यक्ष दुष्यंत कुमार गौतम को संगठन में उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। वाई सत्य कुमार को राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है। शाह ने केरल भाजपा के पूर्व प्रमुख और राज्यसभा सदस्य वी मुरलीधरन को आंध्र प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया है।
(भाषा के इनपुट के साथ)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट!