कांग्रेस का दामन थामने वाले कीर्ति आजाद का बड़ा खुलासा, वह बूथ लूट के बल पर बने थे सांसद
By एस पी सिन्हा | Published: February 20, 2019 05:06 PM2019-02-20T17:06:32+5:302019-02-20T17:06:32+5:30
दरभंगा में कीर्ति झा आजाद ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों में जोश भरते हुए कहा कि आप लोग मेरे पिताजी के लिए भी बूथ कब्जा करने का काम करते थे और वर्ष 1999 में मेरे लिए भी किया. दरअसल, उस समय बैलेट से चुनाव होता था.
भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए सांसद कीर्ति आजाद ने यह कहकर एक नये विवाद को जन्म दे दिया है कि पहले पोलिंग बूथ लूट होती थी और वे भी बूथ लूटा करते थे. इतना ही नहीं उन्होंने खुलासा किया कि 1999 के लोकसभा चुनाव में उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए भी बूथ लूटे गए थे. खुद को खांटी कांग्रेसी परिवार का कहते हुए कीर्ति आजाद ने खुलासा किया कि उनके पिता जी के समय भी बिहार में बूथ लूटा जाता था.
दरभंगा में कीर्ति झा आजाद ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों में जोश भरते हुए कहा कि आप लोग मेरे पिताजी के लिए भी बूथ कब्जा करने का काम करते थे और वर्ष 1999 में मेरे लिए भी किया. दरअसल, उस समय बैलेट से चुनाव होता था.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद दरभंगा में अपनी पहली सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बात कही. उन्होंने अपनी पत्नी पूनम आजाद को कांग्रेसी परिवार की बेटी बताते हुए कहा कि 'उस दौर में नागेंद्र बाबा (नागेंद्र झा) और डॉ साहब (जगन्नाथ मिश्र) के लिए बूथ लूटा करते थे. उस समय तो लूटा जाता था, लेकिन आज के समय में कोई गड़बड़ी नहीं है. मेरे पिता भागवत झा आजाद के लिए भी बूथ लूटा जाता था. 1999 में मेरे लिए भी लूटा गया था बूथ. उस समय इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) नहीं आई थी.
इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हमारी यह वापसी है. उन्होंने खुद को जन्म से कांग्रेसी बताया. साथ ही उन्होंने भाजपा को सबसे बड़ा साम्प्रदायिक पार्टी करार दिया. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने की इच्छा हमने पार्टी के आलाकमान को बता दिया हैं, लेकिन पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसे जरूर पूरा करेंगे.
उल्लेखनीय है कि सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय (दिल्ली) में राहुल गांधी ने कीर्ति आजाद को पार्टीकी सदस्यता दिलाई. इसके अगले दिन दरभंगा में पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने उनका स्वागत पार्टी कार्यालय में किया. सांसद कीर्ति झा आजाद ने कहा कि न तो उन्हें कांग्रेस पार्टी में शामिल होने में कोई परेशानी हुई और न ही कांग्रेस को उन्हें अपनाने में, क्योंकि वे मूल रूप से कांग्रेस परिवार से ही हैं. उन्होंने कहा कि मेरे पिता जी सही कहा करते थे कि मैं 26 साल पहले गुमराह हो गया था.