कनार्टक विधानसभा चुनाव 2018: केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े की दहाड़, 'हां, हिन्दू हितों का ध्यान रखना हमारा कर्तव्य है'
By खबरीलाल जनार्दन | Updated: March 7, 2018 16:15 IST2018-03-07T15:38:20+5:302018-03-07T16:15:27+5:30
अपने विवादित बयानों के लिए संसद में माफी मांग चुके बीजेपी के फायरब्रांड नेता अंनत कुमार हेगड़े ने फिर से हिन्दू हितों की अनदेखी और उसकी रक्षा को लेकर कई बातें कहीं हैं।

Anant Kumar Hegde
अपने विवादित बयानों के लिए संसद में देश से मांफी मांग चुके भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के फायरब्रांड नेता व केंद्रीय रोजगार और कौशल विकास राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने हिन्दुओं के लिए बीजेपी की राय साझा की है। जल्द होने जा रहे कनार्टक विधानसभा चुनाव 2018 में उनके बीजेपी के स्टार कैंपेनर बनने की उम्मीद है। इससे पहले उन्होंने अंग्रेजी अखबार मिंट को दिए गए एक इंटरव्यू में बड़े ठसक से कहा, 'हां, हिन्दुओं के हितों का खयाल रखना हमारा कर्तव्य है। क्योंकि लंबे समय से कांग्रेस हमारे हितों की अनदेखी कर रही है।'
इंटव्यू में उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाए कि कांग्रेस ऐसे नियम-कानून बना रही है जिसमें मुस्लिमों पर चल रहे केस हटाए जा सकें। बड़े-बड़े आरोपियों को निर्दोष बताया जा रहा है। जबकि दूसरी ओर हजारों हिन्दू कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हो रही है। इससे हिन्दू जनता आजिज आ गई है।
अनंत हेगड़े इन दिनों कर्नाटक में कनार्टक सुराक्षा यात्रे नाम का एक अभियान चला रहे हैं। उनका कहना है, 'कनार्टक में हमारे 23 कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है। खासकर के तटीय इलाकों में रहने वाले कार्यकर्ताओं की। ये सभी कार्यकर्ता हिन्दू थे। हमने इस तरह की आपराधिक राजनीति कभी नहीं देखी। इससे कनार्टक की जनता सहमी हुई है और असुरक्षित महसूस कर रही है। इसलिए हमें यह कदम उठाना पड़ा है।'
कांग्रेस पर करारा हमाला बोलते हुए उन्होंने कहा, वे प्रदेश में हिंसा को बढ़ावा दे रही है। एक तरफ हमारे हिन्दू कार्यकर्ताओं की हत्या करा रहे हैं तो दूसरी तरफ मासूम मुस्लिम लोगों पर हमने की साजिश भी रच रहे हैं।
लेकिन इसी सवाल में जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि वे लगातार संप्रदायवाद की बातें क्यों कर रहे हैं। वे प्रदेश में रोजगार, स्किल डेवेलपमेंट आदि मुद्दों पर क्यों नहीं बोलते। जबकि इस मंत्रालय के वे मंत्री हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, अगर आप मेरे भाषणों को ध्यान से सुनेंगे तो उसमें 90 फीसदी हिस्से में मैं विकास और स्किल डेवलेपमेंट पर ही बोलता हूं। मीडिया जानबूझ कर मेरे भाषण के उस दस फीसदी पर फोकस करता है जिसमें मैं पार्टी के अन्य कर्तव्यों की बात करता हूं। उन्होंने कहा कि हिन्दू हितों का ध्यान रखना बीजेपी का कर्तव्य है। उल्लेखनीय कि बीते साल दिसंबर में अनंत कुमार ने यह बयान दिया था।
'बीजेपी संविधान बदलने के लिए' सत्ता में आई है। 'लोग धर्मनिरपेक्ष शब्द से इसलिए सहमत हैं, क्योंकि यह संविधान में लिखा है। इसे (संविधान) बहुत पहले बदल दिया जाना चाहिए था और अब हम इसे बदलने जा रहे हैं। - कोप्पल जिले के कुकनूर में ब्राह्मण युवा परिषद के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हेगड़े
जो लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं, वे बिना माता-पिता से जन्मे की तरह हैं। अगर कोई कहता है कि मैं मुस्लिम, ईसाई, लिंगायत, ब्रह्मण या हिंदू हैं तो मुझे खुशी महसूस होती है, क्योंकि वे अपनी जड़ों को जानते हैं। जो खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं, मैं नहीं जानता उन्हें क्या कहा जाए।- कोप्पल जिले के कुकनूर में ब्राह्मण युवा परिषद के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हेगड़े
जो लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष और बुद्धिजीवी मानते हैं, उनकी अपनी खुद की कोई पहचान नहीं होती और वे अपनी जड़ों से अनजान होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी संविधान को बदलने के लिए सत्ता में आई है।- कोप्पल जिले के कुकनूर में ब्राह्मण युवा परिषद के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हेगड़े
अगर इस बात से, जिसे गुमराह करके पेश किया गया है, जो बात मैंने कही नहीं, उससे किसी की भावना को ठेस पहुंची है, तो मुझे माफी मांगने में कोई संकोच नहीं है। -संसद में केंद्रीय मंत्री हेगड़े
इस पूरे मामले पर जब हेगड़े के हालिया इंटरव्यू में पूछा गया तो उनका कहना था, 'मैं अपने संविधान का सम्मान करता हूं। बाबा साहेब अंबेडकर और अपनी संस्कृति, परंपराओं की भी। मैंने तब कुछ भी विवादित नहीं बोला था। लेकिन मीडिया ने मेरी बातों को गलत तरीके से पेश किया। इसके बाद कांग्रेस ने उसे अपनी तरह से लोगों के बीच उछाला। उन्होंने मुझे दलित विरोधी, संविधान विरोधी, अंबेडकर विरोधी के तौर पर स्थापित करने की कोशिश की।' लेकिन इसमें कोई सच्चाई नहीं थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बीते महीने बीजेपी नये हेडक्वार्टर के उद्घाटन अवसर पर कहा था, बीजेपी इकलौती ऐसी पार्टी है जो अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रही है। हम हिन्दू धर्म की रक्षा के अपने कर्तव्य से कभी नहीं भटके।