विपक्ष को मेरे लिए लड़ने की जरूरत नहीं, मैं अकेले ही सक्षम हूं: ज्योतिरादित्य सिंधिया
By धीरज पाल | Published: February 24, 2020 09:46 AM2020-02-24T09:46:25+5:302020-02-24T09:46:25+5:30
सोमवार (24 फरवरी) पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना में बंद कमरे में मुलाकात करने वाले हैं। दोनों के बीच सर्किट हाउस में चर्चा होगी।
कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ही एक बयान को लेकर सोमवार (24 फरवरी) को विपक्ष पर हमला बोला है। सिंधिया ने कहा कि विपक्ष को मेरे लिए लड़ने की जरूरत नहीं है, मैं अपने लिए लड़ने में सक्षम हूं। दरअसल, हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार पार्टी के घोषणा पत्र में किए गए वादों को लेकर सवाल उठाया था।
उन्होंने कहा था कि कमलनाथ नीत मध्यप्रदेश सरकार पार्टी के वचनपत्र में किये गये वादों को पूरा नहीं करेगी तो जनसेवक होने के नाते उन्हें पूरा करवाने के लिए ‘मुझे सड़क पर उतरना ही होगा।
अपने सड़कों पर उतरने वाले बयान पर ज्योतिरादित्य सिंधिया:विपक्ष को मेरे लिए लड़ने की जरूरत नहीं है,मैं अपने लिए लड़ने में सक्षम हूं। मैं अपने लिए नहीं,प्रदेश की जनता के लिए लड़ रहा हूं।मैंने जो रास्ता लिया है वो जनसेवा का रास्ता है, जनसेवा में हमें लोगों का मुद्दा उठाना जरूरी है। pic.twitter.com/FotT6pm4nK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2020
उनके इस बयान पर मध्य प्रदेश की सियासत गरमा गई है। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए सिंधिया ने कहा कि मैं अपने लिए नहीं बल्कि प्रदेश की जनता के लिए लड़ रहा हूं। मैंने जो रास्ता लिया है वो जनसेवा का रास्ता है, जनसेवा में हमें लोगों का मुद्दा उठाना जरूरी है।
वहीं, आज (24 फरवरी) पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और सिंधिया गुना में बंद कमरे में मुलाकात करने वाले हैं। दोनों के बीच सर्किट हाउस में चर्चा होगी।
जानिए क्या है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते सिंधिया ने मध्यप्रदेश के कॉलेजों में अतिथि शिक्षकों के मुद्दे पर कहा था कि अगर कांग्रेस सरकार अपने वादो पूरे नहीं करेगी तो वह सड़क पर उतरेंगे। इस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि यदि सिंधिया सड़क पर उतरना चाहते हैं तो उतर जाएं।
इसके बाद कमलनाथ सरकार के कुछ मंत्रियों ने कहा था कि वचनपत्र के वादे पांच साल के लिए हैं और सरकार बने अभी एक साल ही हुआ है। इसके बाद सिंधिया के रुख में थोड़ी नरमी आई है।