नई दिल्लीः हाथरस में 19 वर्षीय किशोरी के कथित सामूहिक बलात्कार के बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार विरोधियों के निशाने पर है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती यूपी में नेतृत्व परिवर्तन करने या राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रही है। उनके बयान पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने हमला बोला है और उन्होंने आरोप लगाया है कि मायावती इस मुद्दे पर राजनीति कर रही हैं।
लखनऊ में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, 'हाथरस की घटना मानवता पर एक धब्बा है। आरोपी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए और परिवार को न्याय दिया जाना चाहिए। मायावती इस मुद्दे पर राजनीति कर रही हैं। उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग करने का कोई अधिकार नहीं है।'
दरअसल, मायावती ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर कड़ा हमला करते हुए केंद्र सरकार से राज्य में नेतृत्व परिवर्तन करने या राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। मायावती ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था और महिलाओं के प्रति अपराधों की बाढ़ के मद्देनजर जो हालात बन गए हैं, उनमें केंद्र सरकार को प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की जगह किसी 'काबिल' व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए और अगर ऐसा संभव ना हो तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए।
इधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले की पीड़िता के परिवार से मिलने जाएगा। इस संदर्भ में राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें इस दुखी परिवार से मिलने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती।
हाथरस गैंगरेप केस की जांच करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट पेश करनी है। गत 14 सितंबर को प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।