किसानों के मुद्दे पर विपक्ष को लामबंद करने में जुटीं सोनिया गांधी, डी राजा, सीताराम येचुरी और शरद पवार करेंगे बैठक
By शीलेष शर्मा | Published: January 12, 2021 08:44 PM2021-01-12T20:44:22+5:302021-01-12T20:45:42+5:30
कांग्रेस की युवा इकाई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आवास के बाहर थाली बजाकर तीनों कृषि कानूनों का विरोध किया और इन्हें वापस लेने की मांग की.
नई दिल्लीः कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी एकता के लिए विभिन्न समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाने के लिए संसद के बजट सत्र से पहले बैठक बुलाने का फैसला किया है.
सूत्रों के मुताबिक अगले सप्ताह इस बैठक को बुलाए जाने के संकेत है. भाकपा के वरिष्ठ नेता डी. राजा ने 'लोकमत समाचार' को बातचीत में कहा कि जल्द ही हम सभी मिलकर साझा रणनीति पर चर्चा करेंगे ताकि सरकार को एक आवाज में घेरा जा सके.
दरअसल, कांग्रेस किसान आंदोलन को लेकर एक साझा रणनीति के तहत सरकार को घेरने की तैयारी में है. वहीं, दूसरी ओर राकांपा प्रमुख शरद पवार लगातार विपक्षी नेताओं से संपर्क बनाए हुए हैं. भाकपा नेता डी. राजा और माकपा नेता सीताराम येचुरी से पवार संपर्क कर चुके हैं.
सोनिया और पवार मिलकर भाजपा विरोधी दलों को एकजुट करना चाहते हैं ताकि मोदी सरकार पर चौतरफा हमला कर उसे घेरा जा सके. कांग्रेस ने जिन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी की है उनमें किसानों का मुद्दा सबसे ऊपर है.
सोनिया की विपक्षी दलों की प्रस्तावित बैठक में किसानों आंदोलन को समर्थन देने और मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बनाने पर चर्चा होगी. राकांपा, सपा, बसपा, डीएमके, टीएमसी, एनसी, टीआरएस, पीडीपी सहित सभी दलों को साथ लेकर किसानों का मुद्दा संसद के और बाहर कैसे उठाया जाए, इसके लिए कांग्रेस में मंथन जारी है ताकि विपक्षी दलों की बैठक से पहले रणनीति का प्रारूप तैयार किया जा सके.