Facebook And Hate Speech: फेसबुक, भाजपा के साथ मिल कर मनमोहन सरकार को हटाने का कर रहा था षड्यंत्र?
By शीलेष शर्मा | Published: August 18, 2020 06:42 PM2020-08-18T18:42:34+5:302020-08-18T18:42:34+5:30
राहुल ने हमलावर अंदाज़ में ट्वीट किया " पक्षपात, झूठी ख़बरों और नफ़रत-भरी बातों को हम कठिन संघर्ष से हासिल हुए लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे।"
नई दिल्लीः देश की राजनीति में फेसबुक की भूमिका को लेकर उठे विवाद ने आज उस समय नया ले लिया, जब यूपीए सरकार के तत्कालीन सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल की विपक्षी दलों के साथ होने वाली गोपनीय मीटिंग से जुड़े दस्तावेज़ सार्वजनिक हो गये।
इन दस्तावेज़ों के आधार पर कांग्रेस ने अपने हमले को तेज़ करते हुये आरोप लगाया कि यूपीए सरकार को सत्ता से बेदखल करने के षड्यंत्र में फेसबुक, भाजपा के साथ मिल कर काम कर रहा था। इन दस्तावेज़ों के सार्वजनिक होते ही राहुल ने हमलावर अंदाज़ में ट्वीट किया " पक्षपात, झूठी ख़बरों और नफ़रत-भरी बातों को हम कठिन संघर्ष से हासिल हुए लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे।"
वॉल स्ट्रीट जनरल ने खुलासा किया है कि फेसबुक इस तरह के झूठ और नफ़रत फैलाने का काम करती आयी है और उस पर सभी भारतीयों को सवाल उठाना चाहिए। राहुल ने अपने ट्वीट के साथ पार्टी के महासचिव के सी वेणुगोपाल का वह पत्र भी साझा किया है जो मार्क ज़ुकेरबर्ग को लिखा गया है।
तीन पेज़ के पत्र में फेसबुक मुख्यालय के तहत उच्च स्तरीय जाँच , 2014 से अब तक की घृणा फ़ैलाने वाले पोस्ट सार्वजनिक किये जाएं तथा जांच होने तक भारत में फेस बुक टीम को बदला जाये ताकि जाँच प्रभावित न हो सके साथ ही जांच के नतीजे सार्वजनिक किये जायें।
कांग्रेस इस लड़ाई को लेकर काफ़ी सक्रीय हो गयी है और तथ्य जुटाने में लग गयी है। पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आज ऐसे ही दस्तावेज़ों को सार्वजनिक किया और साबित किया कि अंखी दास गूगल और यंग इंडिया के पॉलिसी लीड्स के साथ बातचीत कर रही हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात खुलासा, “हम लोग अरुण जेटली”, स्वर्गीय अरुण जेटली जी के बाबत लिखते हैं, जो उस समय नेता विपक्ष थे,वह “जो चिट्ठी अरुण जेटली सरकार को लिख रहे थे, वो हमने ड्राफ्ट कर दी है”,
फेसबुक अरुण जेटली जी की, यानि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता की, जो कि एक विपक्ष का नेता था, संसद में, उनकी चिट्ठी ड्राफ्ट कौन कर रहा है - अंखी दास कर रही थीं , फेसबुक कर रहा है ! क्यों? हिंदुस्तान का विपक्ष किसी मुद्दे पर क्या बोलेगा, सरकार को क्या लिखेगा, कैसे घेरेगा सरकार को यूपीए की सरकार को, उसका षडयंत्र रचने में सहायता ली जा रही थी।
खेड़ा ने ऐसे अनेक खुलासे किये जो साबित कर रहे थे कि फेसबुक और व्हाट्सप्प की भारत इकाई भाजपा के साथ मिल कर मनमोहन सरकार को सत्ता से बे दखल करने के लिये लोगों को गुमराह करने के षड्यंत्र का हिस्सा थे।
पक्षपात, झूठी ख़बरों और नफ़रत-भरी बातों को हम कठिन संघर्ष से हासिल हुए लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे।@WSJ ने खुलासा किया है कि फेसबुक इस तरह के झूठ और नफ़रत फैलाने का काम करती आयी है और उस पर सभी भारतीयों को सवाल उठाना चाहिए। pic.twitter.com/FecnAW90hH
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 18, 2020