पटना,29 अगस्त: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्यूलर) के द्वारा राज्य में बढते अपराध और महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ राजभवन मार्च किया गया। इस दौरान जेपी गोलंबर के पास पुलिस और हम कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प हुई। इन लोगों को पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया।
यहां बता दें कि हम पार्टी के नेता राज्य में बढ रही अपराध की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। वे ज्ञापन देने के लिए राजभवन मार्च कर रहे थे कि इस दौरान पुलिस के साथ झड़प हुई। पार्टा के नेता गांधी मैदान के रामगुलाम चौक से राजभवन की तरफ मार्च कर रहे थे। कार्यकर्ता प्रतिबंधित क्षेत्र पार कर डाकबंगला चौराहे तक पहुंच चुके हैं। पार्टी का कहना है कि राज्य में अत्याचार में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण पूरे देश में बिहार की बदनामी हुई है।
पार्टी राज्यपाल से मिलकर हर मोर्चे पर विफल नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग करेगी। वहीं, पूर्व मंत्री सह हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वृषण पटेल ने मुजफ्फरनगर शेल्टर होम मामले में मोर्चा खोला। कार्यकर्ताओं के साथ सडक पर उतरे वृषण ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। वृषण ने सरकार को बलात्कारी सरकार कहते हुए बर्खास्त करने की मांग की है।
मुजफ्फरनगर कांड पर हम पार्टी के सैकडों कार्यकर्ता सड़क पर उतर आये। इन कार्यकर्ताओं ने वृषण पटेल के नेतृत्व में आक्रोश मार्च किया। कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए। हम पार्टी की महिला विंग ने पुलिस से झड़प करते हुए मामले पर अपना आक्रोश जाहिर किया। वहीं, वृषण ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान में जिस तरह से बलात्कार की घटना हो रही हैं। उससे पूरी दुनिया में बिहार शर्मसार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इस घटना में हद तब हो गई। जब हाईकोर्ट को संज्ञान लेना पड़ा। सरकार की देख-रेख में ऐसी घटना घट रही है। इससे शर्मनाक कोई दूसरी बात हो नहीं सकती है। आक्रोश मार्च के बारे में बोलते हुए वृषण ने कहा कि आज आक्रोश मार्च हम पार्टी ने इसलिए निकाला है ताकि हम लोग राज्यपाल जी से मिल सके। हम वर्तमान सरकार जिसे हम बलात्कारी सरकार कह कर सम्बोधित करते हैं, उसे बर्खास्त करने की मांग करते हैं। बाद में एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन जाकर अपना ज्ञापन सौंप अपनी मांग को रखा।