जब कांग्रेस नेताओं को जांच का सामना करना पड़ रहा है, तब लोकतंत्र आईसीयू में भर्ती हो गया : भाजपा
By भाषा | Published: September 4, 2019 06:27 PM2019-09-04T18:27:31+5:302019-09-04T18:27:31+5:30
भाजपा के संगठन मंत्री बी एल संतोष ने कहा कि अमित शाह जब गुजरात में मंत्री थे तब उन्होंने भी कानून अनुपालन एजेंसियों के समक्ष खुद को पेश किया था और बिना किसी खरोंच के बाहर आए थे। भाजपा नेता ने ट्वीट किया, ‘‘ लोकतंत्र तब खतरे में नहीं था। अब जब कांग्रेस नेताओं को जांच का सामना करना पड़ रहा है, तब लोकतंत्र आईसीयू में भर्ती हो गया।’’
कांग्रेस द्वारा अपने नेताओं की गिरफ्तारी को ‘राजनीतिक बदले की कार्रवाई’ बताने के आरोपों पर चुटकी लेते हुए भाजपा ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत उसके नेताओं ने जांच का सामना किया और ‘बेदाग’ निकले।
लेकिन विपक्षी कांग्रेस नेताओं को जब जांच का सामना करना होता है तो लोकतंत्र आईसीयू में पहुंच जाता है। भाजपा के संगठन मंत्री बी एल संतोष ने अपने ट्वीट में कहा कि जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने जांच एजेंसियों के समक्ष खुद को प्रस्तुत किया था और बेदाग होकर निकले थे।
उन्होंने कहा कि अमित शाह जब गुजरात में मंत्री थे तब उन्होंने भी कानून अनुपालन एजेंसियों के समक्ष खुद को पेश किया था और बिना किसी खरोंच के बाहर आए थे। भाजपा नेता ने ट्वीट किया, ‘‘ लोकतंत्र तब खतरे में नहीं था। अब जब कांग्रेस नेताओं को जांच का सामना करना पड़ रहा है, तब लोकतंत्र आईसीयू में भर्ती हो गया।’’
उन्होंने कहा कि ऐसी बातों की सीमा होनी चाहिए... देश आपको पूरी तरह से समझ गया है। गौरतलब है कि मोदी से साल 2002 में गुजरात दंगों के मामलों में जांच एजेंसियों ने पूछताछ की थी। शाह को कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में गिरफ्तार किया गया था और बाद में वह बरी हो गए थे।
नरेन्द्र मोदी को भी क्लीनचिट मिल गई थी । संतोष ने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भी जांच का सामना किया और उन्हें क्लीन चिट मिली। उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को पिछले महीने सीबीआई ने गिरफ्तार किया था जबकि कर्नाटक में कांग्रेस नेता शिवकुमार को मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया।
दोनों नेताओं ने भाजपा पर राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।