Delhi Exit Polls: क्या शाह चुनावी रणनीति में फेल हो रहे हैं?
By शीलेष शर्मा | Published: February 9, 2020 07:42 AM2020-02-09T07:42:29+5:302020-02-09T07:42:29+5:30
राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड के बाद दिल्ली चुनाव से उठा सवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव के एक्जिट पोल के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या भाजपा की चुनावी रणनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह की रणनीति फेल हो रही है. इससे पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड जैसे राज्यों में गृह मंत्री शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐड़ी-चोटी जोर लगाने के बाद भी भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा. प्रतिष्ठा से जुड़े दिल्ली विधानसभा चुनाव में ऐसी स्थिति से यह सवाल और बड़ा हो गया है.
दरअसल, कुछ दिन पहले तक माना जा रहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ केजरीवाल की पार्टी आप के सामने कोई चुनौती नहीं है. शाह दिल्ली जीत के लिए मौके का इंतजार कर रहे थे. खासकर शाहीन बाग के मुद्दे पर जैसे ही उन्हें दिल्ली की जनता में नाराजगी का एहसास हुआ, उन्होंने अपनी रणनीति बदल डाली. प्रधानमंत्री के चेहरे और उनके विकास पर चुनाव लड़ रही भाजपा को राष्ट्रवाद बनाम शाहीन बाग के रूप में नया मुद्दा मिल गया. प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री शाह समेत भाजपा के तमाम नेताओं ने दिल्ली में अपनी पूरी ताकत झोंक दी.
उधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बिजली, पानी मुफ्त देने की योजना को वोटर पसंद करते दिख रहे हैं. यही नहीं, भाजपा के पारंपरिक वोटर माने जाने वाले व्यापारी वर्ग को भी रिझाने में वह सफल होते दिख रहे हैं. यही कारण है तमाम एक्जिट पोल से परेशान शाह ने आननफानन में दिल्ली के भाजपा के सभी सांसद सांसदों को बुला डाला. यह पता लगाने के लिए 'पूरी गणना ज्यों की त्यों, कमल का खेल बिगड़ा क्यों.'