दिल्ली विधानसभा चुनावः आप-भाजपा और कांग्रेस तैयार, कौन मारेगा बाजी, 11 फरवरी से पहले इलेक्शन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 1, 2020 04:13 PM2020-01-01T16:13:53+5:302020-01-01T16:13:53+5:30
समझा जाता है कि बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर 11 फरवरी से पहले दिल्ली विधानसभा के चुनाव कराये जा सकते है। आयोग ने दिल्ली के मुख्य सचिव, गृह विभाग के प्रमुख सचिव और दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ अमूल्य पटनायक के साथ अलग बैठक कर चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। आप-भाजपा और कांग्रेस सहित सभी दल तैयार हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गई है।
समझा जाता है कि बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर 11 फरवरी से पहले दिल्ली विधानसभा के चुनाव कराये जा सकते है। आयोग ने दिल्ली के मुख्य सचिव, गृह विभाग के प्रमुख सचिव और दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ अमूल्य पटनायक के साथ अलग बैठक कर चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया।
नए साल 2020 की शुरुआत के साथ ही भाजपा, आप और कांग्रेस ने प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने कहा कि साल 2020 में पहला विधानसभा चुनाव दिल्ली में है। जावेड़कर दिल्ली भाजपा के प्रभारी हैं। उन्होंने कहा कि हम चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। हमारा बूथ मजबूत है। 15 हजार बूथ बनाए गए हैं।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है और जब भी इस पर कोई फैसला होगा इसकी घोषणा कर दी जाएगी।
जावड़ेकर विधानसभा चुनाव के लिए दिल्ली भाजपा के प्रभारी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए सकारात्मक तरीके से चुनाव लड़ेगी और ‘‘जबर्दस्त’’ सफलता दर्ज करेगी। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी रणनीति के मुताबिक फैसले लेगी और मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर जब भी कोई फैसला किया जाएगा तो उसकी घोषणा की जाएगी। उन्होंने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर संशोधित नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली में हिंसा फैलाने का आरोप लगाया।
Union Minister Prakash Javadekar: AAP strangulated the neck of municipal corporations' attempt of development work, Rs 900 crores were not given. Today, ppl of Delhi are surprised that AAP slept through 4.5 years and in the remaining six months they have doled out schemes. pic.twitter.com/0DLSHm01YJ
— ANI (@ANI) January 1, 2020
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चुनावों के बारे में किसी को अति आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए क्योंकि चुनाव के समय हमेशा अनिश्चितता का एक तत्व रहता है। आगामी चुनाव पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "हर कोई जानता है कि चुनाव के दौरान अति आत्मविश्वास नहीं होना चाहिए। 24 घंटों के भीतर स्थितियां बदल सकती हैं। कुछ भी हो सकता है।" केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने अपने चुनाव प्रचार के लिए राजनीतिक रणनीतिज्ञ प्रशांत किशोर की फर्म आई-पैक के साथ करार किया है।
कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश चुनाव समिति, घोषणापत्र समिति और कुछ अन्य समितियों का गठन किया। इन समितियों में डीपीसीसी अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन सहित राष्ट्रीय राजधानी से जुड़े तकरीबन सभी वरिष्ठ नेताओं को जगह दी गई है।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन समितियों के गठन को स्वीकृति प्रदान की। प्रदेश चुनाव समिति और चुनाव प्रचार समिति में कर्ण सिंह और जनार्दन द्विवेदी को भी जगह दी गई है। द्विवेदी को इन समितियों का शामिल करना इस मायने में अहम है कि वह पार्टी में हाशिये पर माने जा रहे थे।
बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के दौरान दिल्ली पुलिस ने आयोग को बताया कि दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है। सूत्रों के अनुसार बैठक में मौजूद दिल्ली पुलिस के नोडल अफसरों ने आयोग को सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से संवदेनशील क्षेत्रों में चाक-चौबंद कानून व्यवस्था बनाने के लिये अतिरिक्त इंतजाम किये जाने की जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी को समाप्त होगा, इसके मद्देनजर संवैधानिक प्रावधानों के तहत 22 फरवरी तक अगली विधानसभा का गठन किया जाना अनिवार्य है। इस बीच माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षायें 15 फरवरी से शुरू होने के कारण निर्वाचन नियमों के तहत आयोग को मतदान केन्द्रों के रूप में इस्तेमाल होने वाले स्कूलों को परीक्षा की तारीख से चार दिन पहले स्कूल प्रबंधन को वापस सौंपा जाना जरूरी है।
बैठक के बारे में आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार बैठक में अरोड़ा के अलावा चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा, दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा. रणवीर सिंह सहित दिल्ली चुनाव आयोग, दिल्ली पुलिस और स्थानीय निकायों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बयान के अनुसार बैठक में डा. सिंह ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अब तक किये गये कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट पेश की।