चंडीगढ़/नई दिल्लीः कोरोना वायरस से निपटने के लिए हरियाणा सरकार ने हाल में चयनित 400 से अधिक डॉक्टरों को नियुक्त करने का फैसला किया है। इसके अलावा इस संक्रमण के खिलाफ मुहिम में प्रत्येक विभाग के लिए सौ करोड़ रुपये की निधि का सृजन किया है।
केरल में कोविड-19 महामारी के बढ़ते मामलों के मद्देनजर और इस संकट से निपटने के लिए केरल सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में 276 चिकित्सकों की नियुक्ति की है। राज्य लोक सेवा आयोग ने वर्तमान रैंक सूची से चिकित्सकों का चयन किया और नियुक्ति दी। ये नवनियुक्त चिकित्सक स्वास्थ्य मंत्रालय का हिस्सा बनकर कोविड-19 से लड़ाई में सहयोग देंगे।
हरियाणा सरकार ने अन्य स्वास्थ्य उपायों के अलावा, पीड़ितों के इलाज के लिए अस्पतालों को अधिसूचित करने के अलावा चार स्थानों पर निजी प्रयोगशालाओं को जांच करने की अनुमति देने का फैसला किया। निजी प्रयोगशालाओं द्वारा की जाने वाली जांच की लागत राज्य सरकार द्वारा वहन की जाएगी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार यहां मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा की अध्यक्षता में आयोजित संकट समन्वय समिति की बैठक के दौरान ये निर्णय लिए गए।
सरकार ने हाल ही में चयनित 447 चिकित्सकों को तुरंत नियुक्ति पत्र जारी करने का फैसला किया। उन्हें चिकित्सा अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा। चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान, स्वास्थ्य, राजस्व, गृह और शहरी स्थानीय निकायों के लिए 100 करोड़ रुपये की निधि का सृजन किया गया है। हरियाणा सरकार ने गुड़गांव, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, झज्जर, रोहतक और पंचकूला जिलों में 31 मार्च तक लॉकहाउन (बंद) के आदेश दिये थे लेकिन इसके बाद इसे पूरे राज्य में करने का फैसला किया।
अधिकारियों ने बताया कि हालांकि सभी आवश्यक और आपात सेवाओं को इससे छूट दी गई है। इस बीच हरियाणा में चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय ने मंगलवार को घोषणा की कि वैश्विक महामारी को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार के कोरोना राहत कोष में 1.5 करोड़ रुपये दिये जायेगे। विश्वविद्यालय के प्रबंधन ने कोरोना राहत कोष में अपने वेतन का हिस्सा देने का फैसला किया है। विश्वविद्यालय परिवार लगभग एक करोड़ पचास लाख रुपये की राशि एकत्र करेगा। विश्वविद्यालय के कुलपति केपी सिंह ने कहा, ‘‘अधिकारियों, शिक्षण समुदाय और गैर-शिक्षण कर्मचारियों सहित सभी कर्मचारी अपने एक महीने के वेतन से कुछ हिस्सा देंगे।’’ विश्वविद्यालय पहले ही अपने कपड़ा और परिधान डिजाइनिंग विभाग द्वारा बनाए गए लगभग 300 मास्क वितरित कर चुका हैं। भाषा देवेंद्र उमा उमा
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने फेसबुक पर एक पोस्ट में यह जानकारी दी। केरल में कोविड-19 के 28 नए मामलों की पुष्टि होने के साथ ही सोमवार देर रात से लॉकडाउन हो गया था। एक दिन में सामने आए ये सर्वाधिक मामले थे। राज्य में 91 लोगों का इलाज चल रहा है और 64,000 लोगों पर नजर रखी जा रही है।
विजयन ने पोस्ट में लिखा, ‘‘276 चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है, जो पीएससी की रैंक सूची में थे। चिकित्सकों की नियुक्ति स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार योजनाओं को लागू करने और एहतियातन कदम उठाने के लिहाज से की गई है।’’ राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलजा ने एक विज्ञप्ति में जानकारी दी कि अन्य अर्द्धचिकित्सकीय कर्मियों की नियुक्ति भी की जाएगी।