बिहार में कोरोना ने राबड़ी देवी के आवास में भी दे दी है दस्तक, 13 कर्मचारी पाये गये हैं कोरोना संक्रमित
By एस पी सिन्हा | Published: August 2, 2020 03:54 PM2020-08-02T15:54:18+5:302020-08-02T15:54:18+5:30
कोरोना संक्रमण के पांच महीने बीत जाने के बाद भी जांच का आंकड़ा बढ़ाने के लिए एंटीजन टेस्ट बढ़ाया जा रहा है.
पटना: बिहार में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. कोरोना संक्रमण की रफ्तार के बीच इसकी चपेट में राजनेता भी आने लगे हैं. जदयू सांसद आरसीपी सिंह के बाद अभी कोरोना वायरस पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास में भी दस्तक दे चूका है.
उनके आवास के 13 कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं. इससे पटना में उनके परिवार पर भी इसका खतरा मंडराने लगा है. पटना में लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी के नाम से आवंटित जिस आवास में उनका पूरा परिवार रहता है, उसके 13 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
इस कारण राबड़ी देवी के साथ उनके दोनों बेटों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तथा पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव पर खतरा बढ़ गया है.
उधर, चारा घोटाला में सजा के दौरान बीमार लालू रिम्स (अस्पताल) में जहां इलाज करा रहे हैं, वहां पास में ही कोरोना वार्ड है. बीते दिनों लालू की सुरक्षा में तैनात जिस सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई थी, उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिली है.
आवास के कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से राबडी देवी, तेजस्वी यादव व तेजप्रताप के साथ वहां आने-जाने वाले लालू परिवार के अन्य सदस्यों को भी कोरोना का खतरा बढ़ गया है.
यहां बता दें कि शनिवार को जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह, उनकी पत्नी, जदयू विधायक ललन पासवान और पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी.
पटना में शनिवार को 442 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. पटना में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 9107 हो गई है. यहां यह भी उल्लेखनीय है कि लालू के समधी-समधन चंद्रिका राय व उनकी पत्नी भी कारोना संक्रमित हैं.
दोनों का इलाज पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में चल रहा है. चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय से लालू बे बेटे तेज प्रताप यादव की शादी हुई है. हालांकि, शादी के छह महीने के भीतर ही तेज प्रताप यादव ने तलाक का मुकदमा कर दिया. यह मुकदमा फिलहाल कोर्ट में लंबित है. दोनों परिवारों में संबंध खराब हो चुके हैं.
इसबीच, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है. उन्होंने राज्य सरकार पर आंकड़ों का खतरनाक खेल करने का आरोप लगाया है. साथ ही जनता की जान से नहीं खेलने को लेकर आगाह किया है.
उन्होंने मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा है कि कोरोना व बाढ़ के संकट काल में मुख्यमंत्री जनता की पीड़ा से दूर अपने आलीशान बंगले में आराम कर रहे हैं. तेजस्वी यदव ने ट्वीट किया है कि सरकार कोरोना जांच में आंकड़ों का खतरनाक खेल कर रही है.
कोरोना संक्रमण के पांच महीने बीत जाने के बाद भी जांच का आंकडा बढ़ाने के लिए एंटीजन टेस्ट बढ़ाया जा रहा है. जबकि, आरटी-पीसीआर टेस्ट नाममात्र के हो रहे हैं. तेजस्वी ने आगे आगाह करते हुए लिखा है कि सरकार अपनी विफलताएं छिपाने के लिए लोगों की जान के साथ नहीं खेले.
इसके पहले एक और ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा है कि कोरोना संकट के दौरान लॉकडाउन के दैर में 40 लाख अप्रवासी मजदूर बिहार लौटे, लेकिन नीतीश कुमार अपने आलीशान बंगले से नहीं निकले. उल्टा मजदूरों को बिहार में नहीं घुसने देने की धमकी दी.
उन्हें अपराधी, चोर और लुटेरा तक बताया. बिहार में 40 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, लेकिन वे अपने आलीशान बंगले से नहीं निकले. करोडों बिहारवासियों पर कोरोना का खतरा भी मंडरा रहा है, लेकिन वे आलीशान बंगले में ही हैं.