प्रियंका गांधी ने खाली किया लुटियन जोन स्थित बांगला, ‘35 लोधी एस्टेट’ में 1997 से रह रही थीं कांग्रेस महासचिव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 30, 2020 04:18 PM2020-07-30T16:18:02+5:302020-07-30T19:03:05+5:30
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोधी एस्टेट में केंद्र सरकार द्वारा आवंटित आवास खाली किया। 1997 में सरकार ने इन्हें आवंटित किया था। अब वह लखनऊ में रह सकती हैं।
नई दिल्लीः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नयी दिल्ली के लोधी एस्टेट इलाके में स्थित अपना सरकारी बंगला बृहस्पतिवार को खाली कर दिया। उसकी चाबियां केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को सौंप दीं।
प्रियंका से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वह अभी कुछ दिन गुरुग्राम में रहेंगी और फिर मध्य दिल्ली इलाके के एक आवास में रहने चली आएंगी। सूत्रों का कहना है कि प्रियंका ने मध्य दिल्ली में अपने रहने के लिए जो आवास तय किया है उसकी रंगाई-पुताई और मरम्मत का काम चल रहा है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नयी दिल्ली के लोधी एस्टेट इलाके में स्थित अपना सरकारी बंगला बृहस्पतिवार को खाली कर दिया और कांग्रेस ने एक बयान जारी कर कहा कि अधिकारियों ने बंगले का पूरा मुआयना किया और पाया कि यह अच्छी हालत में है।
इस आधार पर उन्होंने सीपीडब्ल्यूडी की तरफ से प्रियंका को आवास खाली करने से जुड़ी रिपोर्ट (वैकेशन रिपोर्ट) जारी की और चाबियां प्राप्त की। पार्टी ने कहा कि प्रियंका ने बिजली, पानी और दूसरे सभी बकाया बिलों का भुगतान कर दिया तथा वह संपत्ति निदेशालय की तरफ से आवंटन और लीज रद्द किए जाने के संदर्भ में जुलाई महीने के लिए लाइसेंस शुल्क का अंतिम आकलन किए जाने का इंतजार कर रही हैं। प्रियंका से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वह अभी कुछ दिन गुरुग्राम में रहेंगी और फिर मध्य दिल्ली इलाके में किराये के एक आवास में रहने चली आएंगी।
सूत्रों का कहना है कि प्रियंका ने मध्य दिल्ली में अपने रहने के लिए जो आवास तय किया है उसकी रंगाई-पुताई और मरम्मत का काम चल रहा है। गौरतलब है कि केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने प्रियंका से नयी दिल्ली स्थित सरकारी बंगला एक अगस्त तक खाली करने को कहा है।
उसकी ओर से जारी आदेश में कहा गया कि एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद उन्हें मौजूदा आवास ‘35 लोधी एस्टेट’ खाली करना पड़ेगा क्योंकि जेड प्लस की श्रेणी वाली सुरक्षा में आवास सुविधा नहीं मिलती। सरकार ने पिछले साल नवंबर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी तथा उन्हें जेड-प्लस श्रेणी सुरक्षा दी थी।
मंत्रालय ने प्रियंका से नयी दिल्ली स्थित सरकारी बंगला एक अगस्त तक खाली करने को कहा है
गौरतलब है कि केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने प्रियंका से नयी दिल्ली स्थित सरकारी बंगला एक अगस्त तक खाली करने को कहा है। उसकी ओर से जारी आदेश में कहा गया कि एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद उन्हें मौजूदा आवास ‘35 लोधी एस्टेट’ खाली करना पड़ेगा क्योंकि जेड प्लस की श्रेणी वाली सुरक्षा में आवास सुविधा नहीं मिलती। सरकार ने पिछले साल नवंबर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी तथा उन्हें जेड-प्लस श्रेणी सुरक्षा दी थी।
प्रियंका गांधी को 1997 में नई दिल्ली में 35, लोधी एस्टेट बंगला आवंटित किया गया था। समाचार रिपोर्टों ने कुछ कांग्रेस नेताओं के हवाले से कहा कि उनके अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अपने रिश्तेदार के घर 'कौल निवास' में शिफ्ट होने की उम्मीद है। इस कदम को उनके आगे की राजनीति को लेकर भी देखा जा रहा है। 2022 में राज्य में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर गांधी का आने वाले दिनों में यूपी में अधिकांश समय बिताने की उम्मीद है।
Congress leader Priyanka Gandhi Vadra vacates her central government allotted accommodation at Delhi's Lodhi Estate: Sources (file pic) pic.twitter.com/FtajMJ687e
— ANI (@ANI) July 30, 2020
प्रियंका का योगी से आग्रह : डॉक्टर कफील खान को न्याय दिलवाइए
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया कि वह कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के लिए गिरफ्तार डॉक्टर कफील खान को न्याय दिलवाने का प्रयास करें। उन्होंने योगी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं डॉक्टर कफ़ील खान का मामला आपके संज्ञान में लाना चाहती हूं। वह अब तक लगभग 450 दिन से ज्यादा जेल में गुजार चुके हैं।
कफ़ील ने कठिन परिस्थितियों में निःस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा की है।’’ कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा, ‘‘ मुझे उम्मीद है कि आप अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए डॉ कफ़ील को न्याय दिलवाने का पूरा प्रयास करेंगे।’’ इसके साथ ही उन्होंने गुरु गोरखनाथ के एक कथन का हवाला देते हुए लिखा ‘‘मन में रहिणां, भेद न कहिणां, बोलिबा अमृत वाणी, अगिला अगनी होईबा, हे अवधू तौ आपण होईबा पाणीं।
इन पंक्तियों का भावार्थ है कि किसी से भेद न करो, मीठी वाणी बोलो, यदि सामने वाला आग बनकर जला रहा है तो हे योगी तुम पानी बनकर उसे शांत करो।’’ गौरतलब है कि कुछ महीने पहले संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के सिलसिले में कफील खान को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह मथुरा जिला कारागार में बंद हैं।