आज कांग्रेस स्थापना दिवस के मौके पर सोनिया, राहुल व प्रियंका ने देश के अलग-अलग हिस्से में रैली कर केंद्र के भाजपा सरकार पर हमला किया। दिल्ली में कांग्रेस की रैली का नेतृत्व सोनिया गांधी ने किया। वहीं, गुवाहाटी में राहुल गांधी व लखनऊ में प्रियंका गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसके अलावा राजस्थान व मध्य प्रदेश समेत देश के कई हिस्से में कांग्रेस नेताओं ने सड़क पर उतर कर भाजपा सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंदी की। जानिए दिन भर में कहां, किस नेता ने क्या बड़ा बयान दिया।
राहुल गांधीकांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि केंद्र और असम की भाजपा सरकारों की नीतियों के चलते यह राज्य हिंसा के पथ पर लौट सकता है। गांधी ने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में शांति लाने वाली असम संधि को बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए।
गांधी ने कहा, ‘‘ असम कभी भी घृणा एवं हिंसा के साथ प्रगति नहीं कर सकता है। सभी को साथ आना होगा और भाजपा नेताओं को बतलाना होगा कि वे राज्य की संस्कृति, पहचान और इतिहास पर हमला नहीं कर सकते।’’उन्होंने कहा कि असम को नागपुर नहीं चलाएगा, असम को RSS की चड्डी वाले नहीं चलाएंगे। असम को असम की जनता चलाएगी।'
प्रियंका गांधीकांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की तुलना ब्रिटिश हुकूमत से करते हुए शनिवार को कहा कि आज देश में वही शक्तियां सत्ता पर काबिज हैं जिनसे हम आजादी के वक्त लड़े थे। कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस पर यहां आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “आज देश संकट में है। देश के कोने-कोने से सरकार विरोधी स्वर उठ रहे हैं मगर सरकार दमन और भय से उन्हें दबाना चाहती है।
जब-जब ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है ,कांग्रेस उठकर चुनौती स्वीकार करती है। हमारे दिल में हिंसा और डर की कोई जगह नहीं है।” उन्होंने परोक्ष रूप से भाजपा की तुलना ब्रिटिश हुकूमत से करते हुए उस पर समाज में फूट डालने और जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगाया और कहा ''आज देश में वही शक्तियां सरकार में हैं जिनसे हमारा ऐतिहासिक टकराव रहा है। हम आज भी उसी विचारधारा से लड़ रहे हैं जिससे आजादी के वक्त लड़े थे।'' प्रियंका ने कहा कि भाजपा संविधान के खिलाफ कानून बनाती है और फिर विरोध करने वालों का दमन करती है।
अशोक गहलोतराजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए शनिवार को कहा कि आजादी के आंदोलन में अंग्रेजों की मुखबिरी करने वाले आज कांग्रेस की विरासत पर सवाल उठा रहे हैं। इसके साथ ही गहलोत ने दोहराया कि देश के मौजूदा हालात में संविधान खतरे में है और लोकतंत्र की हत्या हो रही है। गहलोत पार्टी के स्थापना दिवस पर प्रदेश मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कांग्रेस पार्टी एवं कांग्रेस की सरकारों की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए गहलोत ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘'एक तरफ आपकी विरासत बहुत मजबूत है, गर्व करने वाली है, पूरे मुल्क को गर्व करना चाहिए। वहीं प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी के लोग हमारी विरासत को लेकर क्या टिप्पणी करते हैं आपको मालूम है। पंडित नेहरू की विरासत को लेकर के क्या टिप्पणी करते हैं आपको मालूम ही है।'’
उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, “पंडित नेहरू की विरासत तो त्याग की, बलिदान की है, देश के लिए जेल जाने की है। शहादत देने वाले इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी की है। वो विरासत है और आपकी पार्टी की सोच वाले लोग आजादी की जंग के दौरान अंग्रेजों की मुखबिरी करते थे और ऐसे लोग आज कांग्रेस विरासत की बात करते हैं जो बड़े ही शर्म की बात है।'’ गहलोत ने कहा, “आज संविधान खतरे में है, लोकतंत्र की हत्या हो रही है, तमाम संस्थाएं बर्बाद हो रही हैं, न्यायपालिका पर दबाव, निर्वाचन आयोग पर दबाव, सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स पर दबाव है, पीएमओ की इजाजत के बिना एक पत्ता नहीं हिलता है। तमाम फैसले पीएमओ में होते हैं, देश कहां जा रहा है?”
पी. चिदंबरम
आपको बता दें कि कांग्रेस स्थापना दिवस के मौके पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। चिदंबरम ने कहा कि आप धर्म के आधार पर लोगों को नहीं बांट सकते। अब उन्होंने एनपीआर शुरू किया है। एनपीआर के नियम वाजपेयी सरकार ने बनाए थे। हमने एनपीआर का इस्तेमाल जनसंख्या के लिए 2009 और 2010 में किया था।