कम्प्यूटर बाबा को हेलीकाप्टर नहीं देगी सरकार
By राजेंद्र पाराशर | Published: June 13, 2019 11:18 PM2019-06-13T23:18:18+5:302019-06-13T23:18:18+5:30
मध्यप्रदेश सरकार ने नर्मदा, मंदागिनी और क्षिप्रा नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा को हेलीकाप्टर न देने का फैसला लिया है
मध्यप्रदेश सरकार ने नर्मदा, मंदागिनी और क्षिप्रा नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा को हेलीकाप्टर न देने का फैसला लिया है. राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है. शर्मा ने कहा कि बाबा न सरकार को अपनी इस मांग का कोई लिखित पत्र भी नहीं दिया है.
नर्मदा, मंदागिनी और क्षिप्रा नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा ने राज्य सरकार ने नर्मदा परिक्रमा करने के लिए हेलीकाप्टर की मांग की थी. इस मांग को आज राज्य सरकार ने अस्वीकार कर दिया है. मीडिया से चर्चा करते हुए जनसंपर्क मंत्री पी.सी.शर्मा ने कहा कि सरकार उनकी मांग को स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि बाबा ने अपनी इस मांग को लेकर सरकार को कोई पत्र भी नहीं लिखा है.
अगर पत्र लिखा और आवश्यकता महसूस हुई तब उस पर विचार किया जाएगा.उन्होंने कहा कि वे नदी, न्यास के अध्यक्ष है, उनका काम है बैठकें लेना, वे अपना काम करें. उन्होंने कहा कि बाबा को सरकार ने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है, साथ ही उन्हें नर्मदा में अवैध उत्खनन रोकने पेड़ -पौधे लगाने की जिम्मेदारी दी गई है, फिलहाल बाबा को वहीं करना चाहिए.
बाबा 15 जून से करेंगे अपनी यात्रा शुरु
नर्मदा, मंदागिनी और क्षिप्रा नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा 15 जून से होशंगाबाद से अपनी यात्रा शुरु करने जा रहे हैं. उन्होंने अपनी यात्रा प्रारंभ करने का प्रस्ताव भी सरकार को दे दिया है. इसके अलावा बाबा ने सभी कलेक्टरों को भी अलर्ट कर दिया है. कलेक्टरों से उन्होंने कहा कि है कि नर्मदा में अवैध उत्खनन नहीं होना चाहिए. बाबा ने कहा कि नर्मदा को प्रदूषण से रोकने के उपाय किए जाएंगे, बाबा ने कहा कि उनकी यह यात्रा एक सप्ताह के अंदर नर्मदा किनारे के सभी जिलों में पहुंचेगी.