मुंबईः कोरोना वायरस के फैले प्रकोप को लेकर महाराष्ट्र में राजनीति होना शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रदेश की उद्धव ठाकरे सरकार को कठघरे में खड़ा करने के लिए आज अनोखा विरोध प्रदर्शन करने जा रही है। उसने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे शुक्रवार सुबह 11.30 बजे अपनी बालकनियों में काले कपड़े पहन कर आएं और विरोध प्रदर्शन करें।
महाराष्ट्र में विपक्ष में बैठी बीजेपी चाहती है कि प्रदेशवासी काले कपड़े पहनकर अपनी बालकनियों में आएं और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करें क्योंकि पार्टी का कहना है कि कोरोना वायरस संकट को संभालने में सूबे की सरकार असमर्थ है।
बीजेपी ने अभियान का नाम 'मेरा आंगन, मेरा रणांगण- महाराष्ट्र बचाओ' रखा है। इस अभियान के पीछ विशेष रूप से बीजेपी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का लक्ष्य बनाया है, जोकि उसके पूर्व सहयोगी रहे हैं। बुधवार को महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि लोगों को काले कपड़े या मास्क या दुपट्टे भी पहनने चाहिए। साथ ही साथ तख्तियों में 'ठाकरे सरकार' के खिलाफ नारे होने चाहिए। स्थिति नियंत्रण से बाहर हो रही है और सरकार महामारी को रोकने के लिए विफल हो रही है।
बीजेपी ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वह इस बात को फैलाएं ताकि विरोध प्रदर्शन सफल हो सके। पाटिल ने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग इस विरोध के दौरान सामाजिक दूरी बनाए रखें।
आपको बता दें, महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस के 2,345 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में कोविड-19 के संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 41,642 हो गई। यह जानकारी एक स्वास्थ्य अधिकारी ने दी। बीते दिन में इस बीमारी से 64 व्यक्तियों की मौत हुई, इनमें से 41 मौतें, कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित मुम्बई में हुईं। इसके साथ ही राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 1,454 हो गई। यह लगातार पांचवां दिन है जब राज्य में कोरोना वायरस के 2000 से अधिक मामले सामने आए।
महाष्ट्र में केवल पांच दिन में 10,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। गत 17 मई को राज्य में कोविड-19 के 2,347 नए मामले सामने आये थे जो अभी तक एक दिन में सामने आई सबसे अधिक संख्या थी। गुरुवार का आंकड़ा अभी तक का दूसरा सबसे अधिक है। कुल 1,408 मरीजों को स्वास्थ्य लाभ के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई जिससे ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 11,726 हो गई। सिर्फ मुम्बई में ही कोविड-19 के 25,500 मामले सामने आए हैं और 882 मौतें हुई हैं।