हमारे पास पूरा बहुमत, साबित करके दिखाएंगे, सीएम गहलोत बोले- छापों से न हम घबराने वाले, न हमारा मिशन रुकने वाला हैं
By भाषा | Published: July 23, 2020 06:27 PM2020-07-23T18:27:48+5:302020-07-23T18:27:48+5:30
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री जी को मैंने पत्र लिखा है, क्योंकि कल को पीएम ये न कह दें कि मुझे जानकारी नहीं थी या मुझे मेरे लोगों द्वारा अधूरी जानकारी दी गई। ताकि कभी मैं उनसे मिलूं तो मुझे ये न कहें कि ये बात तो मुझे मालूम ही नहीं थी।
जयपुरः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में पड़ रहे केंद्रीय एजेंसियों के छापों से वे घबराने वाले नहीं हैं और न ही उनका मिशन रुकेगा।
गहलोत ने कहा, 'इन छापों से न हम घबराने वाले हैं ... न हमारा मिशन रुकने वाला हैं। भाजपा की नीतियां व कार्यक्रम हो या सिद्धांत देश का बर्बाद करने वाले हैं। ये फासीवादी लोग हैं, लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं।' उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन एजेंसी (ईडी) ने हाल ही में अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले कई लोगों के प्रतिष्ठानों व परिसरों पर छापे मारे हैं। निदेशालय ने बुधवार को गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के घर पर भी छापे मारे।
गहलोत ने कहा,' ईडी (प्रवर्तन एजेंसी) की कार्रवाई हो, आयकर विभाग की हो या सीबीआई की हो। छह साल से लगातार मैं खुद बोल रहा हूं, पूरा देश बोल रहा है कि जिस प्रकार से कार्रवाइयां शुरू हुई हैं नरेंद्र मोदी के राज में, अमित शाह के इशारे पर ... सीबीआई, ईडी, सबको मालूम है .....इस रूप में काम कर रही हैं। यह कोई नयी बात नहीं है।'
एक जमाने में छापा पड़ने के बाद पता चलता था कि छापा पड़ गया है
मुख्यमंत्री ने कहा,' एक जमाने में छापा पड़ने के बाद पता चलता था कि छापा पड़ गया है। अब हालात यह है कि तीन चार दिन पहले ही शहरों में खबर हो जाती है कि छापे पड़ने वाले हैं। अब उसी रूप में छापे पड़ रहे हैं।' मुख्यमंत्री ने कहा,' इसका मुकाबला करने का दमखम आज भी केवल कांग्रेस में है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि यह 54 या 44 पर आ गयी, लेकिन जो लोग समझदार हैं चाहे वह भाजपा के या किसी और पार्टी के, वे भी जानते हैं कि कांग्रेस एक मजबूत दल के रूप में रहनी चाहिए। सरकारें आती हैं, जाती हैं पर कांग्रेस की मजबूती देश की मजबूती है। ये सोच के हम राजनीति कर रहे हैं। उसी मजबूती से कांग्रेस आगे बढ़ रही है। '
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा,' हमारे पास पूरा बहुमत है। उसी बहुमत के आधार में सदन में जाएंगे और बहुमत साबित करके दिखाएंगे।' गहलोत ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या सरकार बहुमत साबित करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएगी।
उन्होंने यह जरूर उम्मीद जताई कि असंतुष्ट सचिन पायलट खेमे के कुछ विधायक भी सदन में उनका साथ देंगे। गहलोत ने कहा,' हमें उम्मीद है कि जिन लोगों को (पायलट खेमे ने) बंधक बना रखा हैं उनमें से कई लोग जब यहां आएंगे तो हमारे साथ वोट करेंगे।'
#WATCH Congress' strength is nation's strength. Rahul Gandhi's interactions are on all issues&nation is listening. Modi ji is a good orator but ppl know it's a pandemic & they toppled MP govt. When ppl are at risk, they're trying to topple govt. People won't forgive: Ashok Gehlot pic.twitter.com/w7BrwOTqQv
— ANI (@ANI) July 23, 2020
राजस्थान में हमारे पास संख्या बल, विधानसभा में कभी भी साबित कर सकते हैं बहुमत: कांग्रेस
कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय द्वारा बागी विधायकों की याचिका पर राजस्थान उच्च न्यायालय को फैसला सुनाने की अनुमति देने के बाद बृहस्पतिवार को कहा कि वह विधानसभा के पटल पर किसी भी समय बहुमत साबित करने के लिए तैयार हैं क्योंकि उसके पास बहुमत का आंकड़ा मौजूद है।
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने यह भी कहा कि अगर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य बागी विधायकों को किसी तरह की शिकायत थी तो वो पार्टी के मंच पर बात कर सकते थे, लेकिन अब स्पष्ट हो गया है कि हालिया घटनाक्रम के पीछे भाजपा का हाथ है। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हमें विश्वास है कि हमारे पास संख्या बल है। हम सदन में बहुमत साबित कर देंगे। हमें पूरा भरोसा है कि विधानसभा में हमें मिलने वाले मतों की संख्या बहुमत से भी 15-20 अधिक होगी।’’
विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होने वाले विधायक अदालत में गए
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘हम अदालत में नहीं गए थे। विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होने वाले विधायक अदालत में गए। यह राजनीतिक लड़ाई है और कानूनी लड़ाई इसका एक हिस्सा भर है।’’ माकन ने कहा, ‘‘उच्च न्यायालय का निर्णय कल आएगा। दो राय आई हैं। एक राय यह है कि अभी सदन में बहुमत साबित करने के लिए आगे बढ़ें और दूसरी राय यह है कि न्यायालय के फैसले का इंतजार कर लें ताकि कोई बहाना नहीं रह जाए।’’
यह पूछे जाने पर कि सदन का सत्र कब बुलाया जाएगा तो उन्होंने कहा, ‘‘ सत्र कभी भी बुलाया जा सकता है। हम पूरी तरह तैयार हैं।’’ गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने सचिन पायलट सहित कांग्रेस के 19 बागी विधायकों की याचिका पर अपना आदेश सुनाने की राजस्थान उच्च न्यायालय को बृहस्पतिवार को अनुमति दे दी, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि उसकी व्यवस्था विधानसभा अध्यक्ष द्वारा शीर्ष अदालत में दायर याचिका पर आने वाले निर्णय के दायरे में होगी।
हालांकि, इस मामले में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सी पी जोशी अपनी उन दलीलों पर शीर्ष अदालत से किसी भी प्रकार की अंतरिम राहत पाने में विफल रहे जिसमें कहा गया था कि संविधान की 10वीं अनुसूची के अंतर्गत उनके द्वारा की जा रही अयोग्यता की कार्यवाही से उच्च न्यायालय उन्हें रोक नहीं सकता।