सरकार के पास कॉलेज, फोन और इंटरनेट बंद करने का अधिकार नहींः राहुल गांधी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 19, 2019 19:17 IST2019-12-19T18:57:40+5:302019-12-19T19:17:49+5:30
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को कॉलेज, टेलिफोन और इंटरनेट बंद करने, मेट्रो ट्रेनों को रोकने और भारत की आवाज को दबाने और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए धारा 144 लगाने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसा करना भारत की आत्मा का अपमान है।

किसी भी जगह आवाज उठाने की इजाजत नहीं है।
कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि सरकार इंटरनेट सेवा बंद करने और निषेधाज्ञा लगाने जैसे दमनकारी कदमों से लोगों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है लेकिन सरकार जितना आवाज दबाएगी, उतनी तेज आवाज उठेगी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को कॉलेज, टेलिफोन और इंटरनेट बंद करने, मेट्रो ट्रेनों को रोकने और भारत की आवाज को दबाने और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए धारा 144 लगाने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसा करना भारत की आत्मा का अपमान है।
This government has no right to shut down colleges, telephones & the Internet, to halt metro trains and to impose #Section144 to suppress India's voice & prevent peaceful protests.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 19, 2019
To do so is an insult to India’s soul.
कांग्रेस ने कहा कि विरोध प्रदर्शन करने के लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाने के लिये भाजपा को शर्मिंदा होना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘मोदी सरकार ने संविधान पर हमला बोला, युवाओं पर हमला बोला, छात्रों पर हमला बोला। मेट्रो बंद है, इंटरनेट बंद है, बोलने की आजादी बंद है। रोजगार बंद है...मोदी है तो मुमकिन है।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, ‘‘ मेट्रो स्टेशन बंद हैं। इंटरनेट बंद है। हर जगह # धारा 144 है। किसी भी जगह आवाज उठाने की इजाजत नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि जिन्होंने आज करदाताओं का पैसा खर्च करके करोड़ों का विज्ञापन लोगों को समझाने के लिए निकाला है, वही लोग आज जनता की आवाज से इतना बौखलाएँ हुए हैं कि सबकी आवाजें बंद कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ मगर इतना जान लीजिए कि जितना आवाज दबाएँगे उतनी तेज आवाज उठेगी।’’
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में आज विरोध प्रदर्शन हुआ । दिल्ली में लाल किला क्षेत्र के आसपास लागू निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए काफी संख्या में लोगों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में मार्च निकालने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा के महासचिव डी राजा सहित अन्य वामदलों के नेताओं, स्वराज इंडिया के योगेन्द्र यादव आदि को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में ले लिया है।
कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘‘ सरकर के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन हर नागरिक का लोकतांत्रिक अधिकार है। धारा 144 लगाने और इंटरनेट सेवा बंद करने जैसे दमनकारी कदमों से स्पष्ट होता है कि जो बातें लोग कहना चाहते हैं, सरकार उसे सुनने से भयभीत है। भाजपा को शर्म आनी चाहिए।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ आज रामप्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाकुल्ला और रोशन सिंह का शहादत दिवस है। इस साझी शहादत का महत्व आज तब और बढ़ जाता है जब सरकार में बैठे लोग धर्म की राजनीति का चश्मा लगाकर बैठे हैं।’’
उन्होंने अशफ़ाक और बिस्मिल का उल्लेख करते हुए कहा कि जब दोनों जेल में थे तब अंग्रेज़ों की तरफ से अशफ़ाक और बिस्मिल को धर्म का हवाला देकर आपस फूट डालने की कोशिश की गई और बोला गया कि अंग्रेजों की तरफ से गवाही दे दो। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ ..लेकिन दोनों के मन में सरफ़रोशी की तमन्ना थी और अपनी साझी विरासत का जुनून था। आज उनको नमन करते हुए उनके इस संदेश को फैलाना और उसके साथ खड़े होना बहुत जरुरी है।’’