तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना, कहा- बेखौफ अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस...
By एस पी सिन्हा | Published: January 21, 2021 08:40 PM2021-01-21T20:40:38+5:302021-01-21T20:41:44+5:30
बिहार सरकार पर राजद नेता तेजस्वी यादव का हमलाः विगत 16 वर्षों से नीतीश कुमार और भाजपा ने नियोजन, अनुबंध और संविदा के नाम पर बिहार के करोड़ों बेरोजगारों एवं स्थायी और सरकारी नौकरी का मखौल बना बिहार के मानव संसाधन का शोषण किया है।
पटनाः बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार पुलिस पर परेशान करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उनको कार्यकर्ताओं और पार्टी के विधायकों से मिलने से रोका जा रहा है.
सचिवालय थाना की पुलिस सिर्फ राबड़ी देवी के आवास के बाहर गश्ती करती रहती है. उन्होंने सवाल किया है कि क्या मेरे आवास के सामने ही अपराध हो रहा है? जिलों में पुलिस क्यों नहीं गश्ती कर रही है? उन्होंने कहा कि जिन लोगों की बात सरकार नहीं सुन रही है तो वह मिलने के लिए मेरे पास आएंगे ही. इसको लेकर भी सरकार को परेशानी हो रही है.
तेजस्वी यादव ने बताया कि उनसे सुरक्षा और आवास पर तैनात सुरक्षाकर्मियों का लिस्ट मांगा गया है. क्या हमारे सुरक्षाकर्मियों से ही मुख्यमंत्री को खतरा है? आखिर नीतीश सरकार चाहती क्या है? बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है. हर जिले में अपराध बढ़ रहा है. पुलिस रुपेश के हत्यारों को नहीं पकड़ रही है, लेकिन उनसे मिलने पहुंचे गरीबों और मजलूमों को जरूर रोक रही है.
आज प्रदेश के 50 से अधिक स्वयंसेवी संघर्षशील संगठनों के नेताओं से मुलाक़ात कर उनकी माँगे सुनी।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 21, 2021
इन सबकी मानदेय और नियोजन संबंधित माँगों को हमने अपने चुनावी प्रण पत्र में भी शामिल किया था और उन माँगों को लागू करना हमारा प्रण था। pic.twitter.com/2CV82Nvrp8
तेज प्रताप यादव ने कहा कि राबड़ी देवी के आवास के बाहर जो हंगामा हुआ
वहीं तेज प्रताप यादव ने कहा कि राबड़ी देवी के आवास के बाहर जो हंगामा हुआ है, वह निंदनीय है. इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए. उन्होंने मामले की जांच की मांग भी की है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा की बजट सत्र को साजिश के तहत कम समय में निपटने की तैयारी चल रही थी.
फिर हमने इसके खिलाफ आवाज उठाया तो सरकार को झुकना पड़ा. उन्होंने कहा की बिहार में 16 साल डबल इंजन की सरकार चल रही है. राजद की सरकार में बिहार में किसान एमएसपी से ऊपर के दाम पर अनाज बेचते हैं. आज उनकी हालत ख़राब है.
24 जनवरी से 29 जनवरी तक किसान जागरूक सप्ताह मनाएंगे
उन्होंने कहा कि 24 जनवरी से 29 जनवरी तक किसान जागरूक सप्ताह मनाएंगे. इस दौरान किसानों को जागरूक करेंगे. इसके बाद हम लोग पूरी ताकत के साथ 30 मानव श्रृंखला बनायेंगे और हम सडकों पर रहेंगे. कर्पूरी जयंती से लेकर एक सप्ताह जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. जिससे किसान जागरूक होंगे.
चुनाव पूर्व हमने कहा था, “मुझसे कहो...मैं सुनूंगा, मैं करुंगा”
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 21, 2021
चाहे हम पक्ष में रहे या विपक्ष में, जनसेवा का संकल्प था, है और रहेगा।
आपकी जो भी सामूहिक समस्या और परेशानी है हमसे साँझा करिए, समाधान का हर संभव प्रयास करेंगे। हम जो कहते है वो करते हैं।
जय बिहार, जय भारत pic.twitter.com/eF0nyJY7LR
उन्होंने कहा कि 2006 में नीतीश कुमार ने बाजार समिति को बंद कर दिया था. एमएसपी को लेकर 24 जनवरी से लेकर 30 जनवरी तक विरोध प्रदर्शन करें. इसमें महागठबंधन के सभी दल शामिल होंगे. बिहार में किसान दिन पर दिन मजदूर होते जा रहे हैं. किसानों की स्थिति खराब होती जा रही है. लेकिन किसानों को लेकर पंचायत स्तर तक मानव श्रृंखला बनाया जाएगा.
राजद सड़क से लेकर संसद तक साथ में खड़ी रही
उनको जागरूक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसानों के साथ राजद सड़क से लेकर संसद तक साथ में खड़ी रही. मानव श्रृंखला में शामिल लोग एक मुट्ठी मिट्टी हाथ में लेंगे. तेजस्वी यादव ने कहा की राजद के शासनकाल हमने जितनी की नौकरी दी. हमने परमानेंट दिया है.
विगत 16 वर्षों से नीतीश कुमार और भाजपा ने नियोजन, अनुबंध और संविदा के नाम पर बिहार के करोड़ों बेरोजगारों एवं स्थायी और सरकारी नौकरी का मखौल बना बिहार के मानव संसाधन का शोषण किया है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 21, 2021
नीतीश जी, जब सब काम आउट्सोर्सिंग पर भी कराना है तो लोकतंत्र और सरकार को भी आउट्सॉर्स कर दिजीए। pic.twitter.com/dwAlc1Hrfe
उन्होंने कहा की बिहार में "आरसीपी टैक्स" के बगैर कोई काम नहीं हो रहा है. चुनाव में हुई हार पर उन्होंने कहा की हमें हराया गया. इसके बावजूद हम संकल्पित हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार देश की संपत्ति बेच रही है.
एक दिन ऐसा आएगा कि किसान देश के भिखारी बन जाएंगे. बिहार में किसानों की स्थिति खराब है. जिस जगह पर शिक्षक धरना दे रहे थे, उस धरना स्थल को भी खत्म कर दिया गया है. विधायकों का मंदिर सदन होता है, उसको भी दो दिन करना चाहता थे. लेकिन हमलोगों ने इसको लेकर आवाज उठाई तो बजट सत्र 22 दिन का हुआ.