बछवाड़ा विधानसभाः कांग्रेस विधायक रामदेव राय का निधन, कैंसर से पीड़ित, 1984 में लोकसभा चुनाव में कर्पूरी ठाकुर को हराया था
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 29, 2020 03:47 PM2020-08-29T15:47:15+5:302020-08-29T15:47:15+5:30
राय छह बार विधायक एवं एक बार समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रहे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को हराया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मंत्री एवं बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामदेव राय के निधन पर शोक जताया है।
पटना/बेगूसरायः बिहार के बेगूसराय जिले के बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक रामदेव राय का शनिवार की सुबह पटना के एक निजी अस्पताल में कैंसर के कारण निधन हो गया। वह 81 साल के थे। बेगूसराय के भगवानपुर थाने के कीरतपुर पंचायत के चक्का सहलोरी गांव के रहने वाले राय पिछले कई महीनों से वह लगातार बीमार चल रहे थे।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि कैंसर के कारण उनकी मौत हुयी है। राय छह बार विधायक एवं एक बार समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रहे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को हराया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मंत्री एवं बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामदेव राय के निधन पर शोक जताया है।
उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि वे एक कुशल राजनेता एवं प्रसिद्ध समाजसेवी थे। वे मृदुभाषी एवं सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। उनका बिहार की राजनीति में अहम योगदान रहा है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता है। उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से बेहद दुख पहुंचा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
विधायक रामदेव राय के निधन पर कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल एवं बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी शोक प्रकट जताते हुए कहा है कि रामदेव बाबू गांधीवादी नेता थे और उनके निधन से पार्टी और समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।
रामदेव राय 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में जीतकर छठी बार विधायक बने थे। उन्होंने 13 वर्ष की उम्र से ही छात्र नेता के रूप में सामाजिक कार्य शुरू कर दिया था। 29 साल की उम्र में 1972 में पहली बार बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। 1973 में उन्हें मंत्री बनाया गया था।
वह बछवाड़ा विधानसभा सीट से दूसरी बार 1977 में चुनाव जीते। 1980 के चुनाव में बछवाड़ा विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर मिसाल कायम की थी। रामदेव 1984 में लोकसभा चुनाव में समस्तीपुर से पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे और विजय प्राप्त कर लोकसभा पहुंचे।