Bihar Ki Khabar: सच्चाई दिखाने पर बौखलाई नीतीश सरकार, क्वारंटाइन सेंटर में मीडिया के प्रवेश पर लगाया प्रतिबंध, उपेंद्र कुशवाहा का हमला
By एस पी सिन्हा | Published: May 7, 2020 06:39 PM2020-05-07T18:39:13+5:302020-05-07T18:39:13+5:30
पटना: क्वारंटाइन सेंटर की सच्चाई बाहर जाये, यह बिहार में नीतीश कुमार सरकार को पसंद नही है. राज्य में आये दिन क्वारंटाइन सेंटर से लोगों के भाग जाने या फिर वहां की व्यस्था पर हो रहे हंगामे की बीत मीडिया के माध्यम से बाहर जाने से सरकार को काफी दु:ख हुआ है. ऐसे में अब बिहार सरकार ने क्वारेंटाइन सेंटर में मीडिया के प्रवेश पर पाबंदी लगी दी है. इस आशय का पत्र अभी मुंगेर के जिलाधिकारी के द्वारा जारी किया गया है.
यहां उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के दौरान बाहर से आए मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. क्वारंटाइन सेंटर में बासी खाना और दयनीय हालात को लेकर मजदूरों ने हंगामा किया तो उसे मीडिया ने कवरेज दे दी. इस बात को लेकर अब नीतीश कुमार की सरकार काफी गुस्से में है.
मुंगेर के डीएम ने एक आदेश जारी करते हुए क्वारेंटाइन सेंटर में मीडिया के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है. मुंगेर के डीएम ने आदेश में साफ तौर पर लिखा है कि किसी भी हालात में क्वरेंटाइन सेंटर में मीडिया का प्रवेश नहीं होना चाहिए. मुंगेर के डीएम ने इस आदेश में साफ तौर पर लिखा गया है कि यह फैसला मुख्य सचिव के आदेश के बाद लिया गया है. कहा जा रहा है कि इसतरह का पत्र अन्य जिलों में भी जारी किया गया है.
यहा बता दें कि बिहार कई जिलों से क्वारेंटाइन सेंटर की बदहाली की तस्वीर सामने आ रही हैं. नवादा में खाने के लेकर मजदूरों ने प्रदर्शन किया. वहीं, वैशाली, कटिहार और पटना के क्वारेंटीन सेंटर में जो हंगामा हुआ यह बात भी सार्वजनिक हुई है. आरोप तो यह भी लगा कि बाहर से आए लोगों को बसों में ठूंस कर क्वारेंटाइन सेंटर तक लाया जा रहा है.
वहीं, सरकार की भद्द पिटते देख मीडिया पर पांबदी लगाने को लेकर रालोसपी प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने मोर्चा खोल दिया है. उपेन्द्र कुशवाहा ने ट्वीट कर लिखा है कि आश्चर्य, दुःखद व अति निंदनीय! अपनी नाकामी छुपाने के लिए नीतीश सरकार ने अपना तानाशाही भरा घिनौना फरमान जारी कर लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ मीडिया को ही ताला जड दिया! इस आदेश को अविलंब वापस लें, अन्यथा रालोसपा फिर विरोधात्मक कार्रवाई करने को विवश होगी. बदहाल बिहार- नीतीश कुमार.