Bihar Election 2020: लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान की हालत लालकृष्ण आडवाणी जैसी: तेजस्वी यादव
By अनुराग आनंद | Published: June 6, 2020 06:40 PM2020-06-06T18:40:04+5:302020-06-06T18:49:42+5:30
पटना स्थित पार्टी ऑफिस में राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि चिराग पासवान की जवानी के आडवाणी जैसी हो गई है।
नई दिल्ली:बिहार विधान सभा चुनाव जैसे-जैसे पास आ रहा है, प्रदेश के नेताओं के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पर तंज कसा है।
पटना स्थित पार्टी ऑफिस में राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि चिराग पासवान की जवानी के आडवाणी जैसी हो गई है। जिस तरह से आडवाणी जी को वरिष्ठ नेता होने के बावजूद तवज्जो नहीं दी जा रही है वही हाल चिराग भाई का है। उनको न कोई इधर पूछ रहा है न कोई उधर पूछ रहा है। दरअसल, प्रवासी मजदूरों को लेकर नीतीश कुमार पर चिराग पासवान द्वारा दिए गए बयान पर तेजस्वी यादव ने ये बात कही है।
चिराग पासवान की हालत जवानी के आडवाणी जैसी हो गई है। जिस तरह से आडवाणी जी को वरिष्ठ नेता होने के बावजूद तवज्जो नहीं दी जा रही है वही हाल चिराग भाई का है। उनको न कोई इधर पूछ रहा है न कोई उधर पूछ रहा है: चिराग पासवान के नीतीश कुमार पर दिए बयान पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव pic.twitter.com/nY87ynIREi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 6, 2020
प्रवासी मजदूरों के मामले में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को नसीहत दी-
पिछले दिनों लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) अध्यक्ष चिराग पासवान ने कोरोना लॉकडाउन के कारण उत्पन्न प्रवासी मजदूरों की समस्या को कम करने के लिए बिहार सरकार सरकार के प्रयासों को नाकाफी बताया है।
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि जिस हिसाब से बिहार सरकार प्रवासी मजदूरों की समस्य को देख रही है, वह और बेहतर हो सकता था। इससे पहले राशन कार्डधारकों की लिस्ट को लेकर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार सरकार से नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कम लाभुकों की लिस्ट भेजने का ओरप लगया था।
तेजस्वी यादव ने अमित शाह की रैली पर भी साधा निशाना-
तेजस्वी यादव ने अमित शाह के रैली की तैयारियों को देखते हुए हमलावर रुख अपनाते हुए कहा है कि भाजपा मौत का जश्नन मना रही है। लोग भूख और गोली से बिहार में मर रहे हैं। जो पुलिस मुख्यालय ने कल जो पत्र जारी किया था, वह नीतीश कुमार की अंतरआत्मा की आवाज थी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दो ही काम है। पहला है कि पीठ में छूरा घोपों और दूसरे के कंधे पर रखकर बंदूक चलाओं है। मुख्यमंत्री जनता की चिंता नहीं कर रहे हैं। वह सिर्फ वोट बैंक और अपनी चिंता कर रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान लोग परेशान है। भूख से मर रहे हैं. इससे सरकार को कोई लेना देना नहीं है।
जो प्रवासी मजदूर बिहार आए है इससे सरकार खतरा बता रही है। वहीं तेजस्वी यादव ने राजद के प्रदेश कार्यालय में एक नया पोस्टर जारी किया है। इस पोस्टर में पुलिस मुख्यालय के उस पत्र को लगाया है। जिसमें प्रवासी मजदूरों को बिहार के लिए खतरा बताया गया था।