बिहार कांग्रेस में कलह, नए प्रभारी भक्त चरण दास के सामने मारपीट, एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकी

By एस पी सिन्हा | Published: January 12, 2021 03:56 PM2021-01-12T15:56:14+5:302021-01-12T15:57:19+5:30

बिहार चुनाव में हार को लेकर कांग्रेस में कलह जारी है. नए प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि यह पुराना दस्तूर है. हाल ही में कांग्रेस के पूर्व विधायक भरत सिंह ने पार्टी के 11 विधायकों के टूटने का दावा किया था.

Bihar Congress anger leaders bhakta charan das prestige throwing chairs fight patna | बिहार कांग्रेस में कलह, नए प्रभारी भक्त चरण दास के सामने मारपीट, एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकी

बताया जाता है कि भक्त चरण दास पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे. (file photo)

Highlightsसबसे पहले किसान मोर्चा के नेता राज कुमार सिंह ने कुर्सी चलाई.कांग्रेस कार्यालय में दो गुटों के बीच में जमकर मारपीट हुई. बिहार प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास के सामने ही यह मारपीट शुरू हो गई.

पटनाः बिहार में कांग्रेस के नेताओं के बीच कलह थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. भक्त चरण दास कांग्रेस के नए प्रभारी बनाये गए हैं. वह दो दिवसीय दौरे पर आये हुए है.

कल भी उनके नेतृत्व में बैठक की गई, बैठक के दौरान कांग्रेस नेताओं द्वारा हंगामा हुआ था. वहीं आज भी भक्त चरण दास कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे, उसी दौरान सबसे पहले किसान मोर्चा के नेता राज कुमार सिंह ने कुर्सी चलाई, जिसके बाद धीरे-धीरे हंगामा बढ़ गया. 

प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस कार्यालय में दो गुटों के बीच में जमकर मारपीट हुई. देखते ही देखते बवाल इतना बढ़ गया कि पार्टी नेताओं के बीच कुर्सियां चलने लगी. जिसके बाद कार्यालय में बवाल मच गया है. बिहार प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास के सामने ही यह मारपीट शुरू हो गई.

कांग्रेस नेता आपस में ही भिड़ गए और मारपीट करने लगे

बताया जाता है कि भक्त चरण दास पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे. तभी बोलने को लेकर कांग्रेस नेता आपस में ही भिड़ गए और मारपीट करने लगे. इस दौरान मीटिंग हॉल में माहौल काफी गर्म हो गया और एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकने लगे.

बैठक में हंगामा होने के बाद नए प्रभारी भक्त चरण दास ने खुद पार्टी नेताओं को समझाया, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा था. समझाने के बाद भी वो मानने को तैयार नहीं दिखे. सदाकत आश्रम में हुए पहले दिन के बैठक में भी जमकर हंगामा हुआ था और कांग्रेस नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व पर जमकर हमला बोला था.

प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के अलावा सभी विधायक और एमएलसी मौजूद थे

इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के अलावा सभी विधायक और एमएलसी मौजूद थे. बता दें कि सोमवार को बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्तचरण दास पटना पहुंचे. उनके पटना आते ही सदाकत आश्रम में समीक्षा बैठक के दौरान कांग्रेसियों का गुस्सा फूट पड़ा. चुनाव में हुई गड़बड़ियों को लेकर नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई.

पार्टी की फीडबैक लेते समय नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व पर की कार्रवाई पर सवाल उठाया. इसके बाद भक्त चरण दास ने नाराज नेताओं को अकेले में एक-एक कर मुलाकात करने का भी समय दिया. वहीं, भक्त चरण दास ने कहा है कि कार्यकर्ताओं के अनुरूप और जनता की आवश्यकता के अनुसार संगठन बनेगा.

कमजोरी को दूर करना चाहते हैं

उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि नेताओं, कार्यकर्ताओं और जिलों का दौरा करने के बाद यह निर्णय लिया जाएगा. बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि बिहार में 2-3 दशक से अलग तरह की राजनीति हो रही है. उन्होंने कहा की हमारी पार्टी बिहार में निश्चित तौर पर कमजोर परिस्थिति में है. उसे अब बेहतर बनाना है. इस कमजोरी को दूर करना चाहते हैं.

पार्टी में कुछ लोगों में रोष है. पुराने कार्यकर्ता होने के बावजूद उन्हें टिकट नहीं मिला. उन्होंने कहा की हम पार्टी के हर कार्यकर्त्ता से मिलेंगे. वहीँ उन्होंने कहा की 31 जनवरी से  बिहार के हर कमीशनरी का दौरा करेंगे.गरीब, शोषित, बेरोजगारों की आवाज कांग्रेस को बनना है. उन्होंने कहा की सुप्रीम कोर्ट का आभार प्रकट करता हूं कि कोर्ट ने किसानों के आंदोलन को समझा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों चुप हैं?

आंदोलन में किसानों का बलिदान हो रहा है. लेकिन  केंद्र सरकार को समझ नहीं आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों चुप हैं? क्या मोदी ने किसानों का जमीन बेचने की डील की है. सरकार किसानों को गुलामी की तरफ ले जा रही है. उन्होंने कहा की राहुल गांधी किसान के आंदोलन के साथ है. केंद्र सरकार को कृषि से जुडे तीनों बिल वापस लेना होगा.

बिहार प्रभारी ने कल कांग्रेस दफ्तर में हाथापाई के मामले पर कहा कि ये बिहार में कॉमन है. यहां बता दें कि कांग्रेस पार्टी में अंतर्कलह, गुटबाजी, प्रदेश के नेताओं की मनमानी और काम करने की इच्छाशक्ति की कमी ने बिहार में कांग्रेस को जमीन और कार्यकर्ता विहीन बना दिया है.

2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की बड़ी हार ने यह परेशानी और बढ़ाई है. इन समस्याओं को दूर करने और पार्टी को बिहार में मजबूती देने के लिए अभी चंद रोज पहले ही कांग्रेस आलाकमान ने भक्त चरण दास को बिहार कांग्रेस की कमान सौंपी है.

प्रभारी बनाए जाने के बाद भक्‍त चरण दास पहली बार बिहार आकर पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. वे तीन दिन रहकर कांग्रेस की बदहाली के कारणों की पड़ताल करेंगे और आलाकमान को इसकी रिपार्ट देंगे. 

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