विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव के लिए कभी 'बैड एलिमेंट' रहे बाहुबली विधायक अनंत सिंह आज बने हैं चहेते
By एस पी सिन्हा | Published: May 14, 2019 07:35 PM2019-05-14T19:35:18+5:302019-05-14T19:35:18+5:30
सातवें दौर में पाटलिपुत्र संसदीय सीट पर अपनी बहन डॉ. मीसा भारती की जीत सुनिश्चित कराने के लिए तेजस्वी यादव बाहुबली अनंत सिंह का सहारा ले रहे हैं. हालांकि, तेजस्वी ने खुद यहां बहन के लिए 4 जनसभाएं की हैं.
बिहार विधान सभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने जिस बाहुबली निर्दलिए विधायक अनंत सिंह को कभी 'बैड एलिमेंट' बताकर कांग्रेस को टिकट देने से रोका था. अब आलम यह है कि इस लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच अब वही अनंत सिंह राजद नेता तेजस्वी यादव के लिए ठंडी हवा का झोंका बन गए हैं. शायद यही कारण है कि आजकल तेजस्वी यादव बाहुबली अनंत सिंह के साथ देखे जा रहे हैं.
दरअसल, सातवें दौर में पाटलिपुत्र संसदीय सीट पर अपनी बहन डॉ. मीसा भारती की जीत सुनिश्चित कराने के लिए तेजस्वी यादव बाहुबली अनंत सिंह का सहारा ले रहे हैं. हालांकि, तेजस्वी ने खुद यहां बहन के लिए 4 जनसभाएं की हैं. पिछले करीब दो दशकों से बिहार की राजनीति को गठबंधन के कारण जाना जाता है.
भाजपा, जदयू, राजद और कांग्रेस जैसे बडे दलों ने वोट बैंक हथियाने के लिए जरूरत के हिसाब से दोस्ती की और तोडी भी. लालू यादव को भी राजनीतिक गठजोड और जरूरत के हिसाब से रणनीति बनाने वाले के तौर पर जाना जाता है. यहां बता दें कि मीसा और तेजस्वी इन दिनों एक-दूसरे को काफी सपोर्ट कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही जब लालू के उत्तराधिकारी की बता आई थी तो मीसा ने खुलकर छोटे भाई तेजस्वी का साथ दिया था.
हालांकि, बडे भाई तेजप्रताप ने भी बहन के लिए काफी जनसभाएं की पर फिलहाल वह नाराज चल रहे हैं. लेकिन भूमिहार जाति के लोगों को रिझाने के लिए तेजस्वी यादव अब अनंत सिंह का सहारा ले रहे हैं ताकि भूमिहार जाति के लोग उनकी बहन मीसा भारती को वोट देकर जीत सुनिश्चित कर सकें.
ऐसे में अब अनंत सिंह गांव-गांव घुमकर भूमिहार बहुल ईलाकों में लोगों से मीसा भारती को वोट देने की अपील कर रहे हैं. शायद तभी तो कहा जाता है कि राजनीति में न कोई स्थाई दोस्त होता है और ना हीं दुश्मन.