बिहार विधानसभा चुनावः सीएम नीतीश ने तेजस्वी यादव से पूछा- 10 लाख नौकरी देंगे तो क्या पैसे जेल से लाएंगे!
By एस पी सिन्हा | Published: October 20, 2020 08:37 PM2020-10-20T20:37:11+5:302020-10-20T20:37:11+5:30
बिहार विधानसभा चुनावः मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा है कि कुछ लोग 10 लाख नौकरी देने का दावा कर रहे हैं. लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि इसके लिए आखिर पैसा कहां से आएगा? जिसके लिए जेल गएं, उसी पैसे को निकालकर नौकरी देंगे क्या?
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में नेताओं की ताबड़तोड़ रैली शुरू हो चुकी है. नेताओं के एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोपों की बौछारें भी होने लगी है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज फिर विभिन्न जनसभाओं को संबोधित करते लालू-राबड़ी के साथ-साथ तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला.
मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा है कि कुछ लोग 10 लाख नौकरी देने का दावा कर रहे हैं. लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि इसके लिए आखिर पैसा कहां से आएगा? जिसके लिए जेल गएं, उसी पैसे को निकालकर नौकरी देंगे क्या? रैली में उन्होंने लालू यादव के शासनकाल में जंगलराज करार देते हुए राजद प्रमुख पर जमकर निशाना साधा.
गोपालगंज के भोरे में चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कितनी घटनाएं घटती थीं. लोग धन लेने के लिए अपहरण करते थे, सांप्रदायिक दंगा होता था. उन्होंने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि पति पत्नी के राज में लोग शाम में घरों से बाहर निकलने के लिए सोचते थे, लेकिन आप लोगों ने काम करने का मौका दिया तो हमने कानून का राज कायम किया, जंगल राज खत्म किया. उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी शासन में बिहार में कई सामूहिक नरसंहार हुए, लेकिन हमलोगों ने अपने शासनकाल में कानून का राज स्थापित किया है.
वर्ष 2018 के भारत सरकार के आंकडे के अनुसार ही पहले जहां कानून- व्यवस्था के मामले में बिहार निचले पायदान पर था, वहीं अब पूरे देश में 23वें स्थान पर आ गया है. बिहार का विकास दर भी पूरे देश में सबसे अधिक 12.7 प्रतिशत प्रति वर्ष हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने 15 वर्षों के शासनकाल की उपलब्धियों के बारे में कहा कि पति-पत्नी के शासनकाल में महिलाओं को कोई इज्जत नहीं मिलती थी.
हमने पंचायतों और नगर निकायों में उनके लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की. पहले महादलितों के बच्चे बड़ी संख्या में स्कूल नहीं जा पाते थे. आज आउट ऑफ स्कूल बच्चों की संख्या आधा प्रतिशत ही रह गई है. आज लडके और लडकियों की संख्या विद्यालयों में करीब-करीब बराबर हो गई है. अस्पतालों में भी काफी सुधार हुआ है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पहले मात्र 39 लोग सरकारी अस्पतालों में प्रतिमाह इलाज कराने जाते थे. आज औसतन 10000 लोग एक माह में इलाज कराने जाते हैं.
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि हर जिले में इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक, महिला आईटीआई और एएनएम संस्थान खोले जा रहे हैं. उच्च शिक्षा के लिए गरीब लोगों के बच्चों को चार लाख रुपए तक का क्रेडिट कार्ड दिया जा रहा है. बच्चों को कुशल बनाने के लिए आज कुशल युवा कार्यक्रम के तहत संवाद कौशल, व्यवहार कौशल आदि कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. पहले पुलिस बल में महिलाओं की नियुक्ति नहीं होती थी. आज प्रतिशत महिलाएं पुलिस में काम कर रही हैं. बिजली के मामले में भी काफी सुधार हुआ है.
पहले जहां 700 मेगावाट बिजली की खपत होती थी, वहीं आज 6000 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है. हर घर नल का जल 2 माह में पूरा हो जाएगा. घर-घर शौचालय काम पूरा कर लिया गया है. पक्की गली नली योजना का निर्माण चल रहा है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बिहार के विकास के लिए जब से आपलोगों ने काम करने का अवसर दिया हमने हर इलाके और हर तबके का विकास किया.
अपराध को नियत्रंण किया, जगंल राज का खत्मा किया. उन्होंने आगे कहा कि बिहार के विकास दर देश के सभी विकसित राज्यों से ज्यादा 12 प्रतिशत हो गया है. हमने महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया. लोग अतिपिछडे लोगों से वोट ले लेते थे पर उनका सम्मान नहीं करते थे. हमने शिक्षा के क्षेत्र में, स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किया.