लाइव न्यूज़ :

असदुद्दीन ओवैसी बिहार में लड़ेंगे चुनाव, टेंशन में राजद-कांग्रेस, महागठबंधन को हो सकता है नुकसान

By एस पी सिन्हा | Updated: June 12, 2020 22:03 IST

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. एआईएमआईएम ने बिहार में सबसे पहले 32 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान करके महागठबंधन की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है. 

Open in App
ठळक मुद्देसाल भर पहले ओवैसी की पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की खाली हुई सीट पर उपचुनाव में बिहार में पहली बार खाता खोलकर अपने इरादे जता दिए थे.ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने यह दावा किया है कि वो बिहार में विधानसभा की 32 सीटों पर चुनाव लडे़गी. ओवैसी की पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की खाली हुई सीट पर उपचुनाव में पहली बार खाता खोला था.

पटनाः बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कोरोना काल में भी पार्टियों ने अपनी राजनीतिक गरिविधियों को तेज कर दिया है. चुनावी मैदान में उतरने के लिए समीकरण भी बनाए जाने लगे हैं.

इस बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. एआईएमआईएम ने बिहार में सबसे पहले 32 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान करके महागठबंधन की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है. 

जानकारों की अगर मानें तो ओवैसी के स्टैंड से विधानसभा चुनाव में भाजपा-जदयू की राह आसान हो सकती है क्योंकि उन्होंने जिन सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया है, उनमें से दो तिहाई से ज्यादा सीटों पर अभी महागठबंधन का कब्जा है. साल भर पहले ओवैसी की पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की खाली हुई सीट पर उपचुनाव में बिहार में पहली बार खाता खोलकर अपने इरादे जता दिए थे.

ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने यह दावा किया है कि वो बिहार में विधानसभा की 32 सीटों पर चुनाव लडे़गी. ओवैसी की पार्टी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की खाली हुई सीट पर उपचुनाव में पहली बार खाता खोला था. सीटों की घोषणा के बाद एआईएमआईएम ने दावा किया है कि समान विचारधारा वाले दलों के साथ समझौते का रास्ता वह खोल कर रखेगी.

किंतु ऐसे दल कौन-कौन से होंगे? इसका खुलासा नहीं किया गया है. राजग और राजद के 15 साल बनाम 15 साल के नारे से अलग ओवैसी ने बिहार के लिए नया नारा दिया है. 15 साल बनाम 15 साल बनाम 40 साल. मतलब साफ कि भाजपा-जदयू और राजद से एआईएमआईएम की जितनी दूरी रहेगी, उतनी ही दूरी 40 साल तक बिहार में सरकार चलाने वाली कांग्रेस से भी रहेगी.

बिहार में पार्टी के एकमात्र विधायक कमरुल होदा के मुताबिक हमारी लडाई वैसे सारे दलों से है, जिन्होंने अकलियतों को डराकर वोट लिया. इस बार ऐसा नहीं चलने देंगे. एआईएमआईएम ने जिन सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है उनमे से ज्यादा वैसी सीटें हैं, जिन जगहों पर मुस्लिम मतदाता ज्यादा हैं.

एआईएमआईएम की चिह्नित सीटों पर तो मुस्लिम आबादी 40 से 70 फीसद तक है. ऐसे में दिलचस्प यह भी है कि ओवैसी की पार्टी ने पहले चरण में जिन सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है, उनमें से 10 सीटों पर अभी मुस्लिम विधायक हैं. सात राजद, दो कांग्रेस और एक माले के. ऐसे में अगर मुकाबला हुआ तो उक्त सभी सीटों पर ओवैसी को मुस्लिम विधायकों को हराने के लिए ही प्रचार करना पडेगा. ऐसे में राजद और कांग्रेस की परेशानी बढ़ सकती है. 

टॅग्स :बिहार विधान सभा चुनाव २०२०बिहारपटनाआरजेडीकांग्रेसराष्ट्रीय रक्षा अकादमीजेडीयूभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)लोक जनशक्ति पार्टीलालू प्रसाद यादवसोनिया गाँधीनीतीश कुमारअसदुद्दीन ओवैसी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

क्राइम अलर्टप्रेम करती हो तो चलो शादी कर ले, प्रस्ताव रखा तो किया इनकार, प्रेमी कृष्णा ने प्रेमिका सोनू को उड़ाया, बिहार के भोजपुर से अरेस्ट

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा