Bihar Assembly election 2020: बसपा को झटका, rjd में शामिल हुए प्रदेश अध्यक्ष भरत बिंद
By भाषा | Published: October 3, 2020 04:50 PM2020-10-03T16:50:59+5:302020-10-03T16:50:59+5:30
राजद ने ट्वीट किया, ‘‘बसपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष भरत बिंद नया बिहार बनाने और युवा विरोधी भ्रष्ट नीतीश सरकार को हटाने के संकल्प के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद में शामिल हुए।’’
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को उस समय बड़ा झटका लगा, जब उसके प्रदेश अध्यक्ष भरत बिंद शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हो गए।
राजद ने ट्वीट किया, ‘‘बसपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष भरत बिंद नया बिहार बनाने और युवा विरोधी भ्रष्ट नीतीश सरकार को हटाने के संकल्प के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद में शामिल हुए।’’ बिंद को राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजद की सदस्यता दिलाई। उल्लेखनीय है कि उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और बसपा के बीच राज्य में विधानसभा चुनाव के लिये गठबंधन हुआ है। इस गठबंधन में जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) भी शामिल है।
बिहार में आरएलएसपी से गठबंधन कर चुनाव लड़ेगी बसपा
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) बिहार में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ेगी और आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। बसपा अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी ने आरएलएसपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अगर जनता ने गठबंधन को बहुमत दिया तो आरएलएसपी के मुखिया उपेन्द्र कुशवाहा मुख्यमंत्री होंगे।
उन्होंने कहा कि इस गठबंधन का मकसद बिहार की राजनीति, सरकार और सामान्य जीवन में उपेक्षित वर्गों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और अगड़ी जातियों के गरीब लोगों को बराबरी का हक दिलाना है। मायावती ने कहा कि बिहार में अभी तक कई बार गठबंधन की सरकारें बन चुकी हैं, लेकिन उनमें से किसी ने भी इस राज्य के गरीबों और दलितों के उत्थान के लिये कोई ठोस कदम नहीं उठाये।
पांच साल तक कुम्भकर्ण की नींद सो रही केन्द्र और बिहार सरकारों ने चुनाव नजदीक आने पर घोषणाओं की झड़ी लगा दी। मगर जनता इतनी नामसझ नहीं है। इस बार वह किसी बहकावे में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय' की नीति पर चलने वाली सरकार की सख्त जरूरत है, जो बसपा-आरएलएसपी गठबंधन उसे देगा।