लखनऊःबिहार में एर नया गठबंधन बन गया है। बसपा प्रमुख मायावती और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
BSP प्रमुख मायावती ने कहा कि बिहार की जनता को "सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय" के सुखद ऐतिहासिक परिवर्तन की जरूरत है। जिसके मद्देनजर BSP ने उपेंद्र जी की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ गठबंधन किया है। अगर बिहार की जनता का आशीर्वाद इस गठबंधन को मिलता है तो उपेंद्र कुशवाहा जी ही मुख्यमंत्री बनेंगे।
आज चुनाव आयोग ने देश के कुछ राज्यों में लोकसभा व विधानसभा की खाली सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया। जिसमें से हमारी पार्टी केवल दो राज्यों यूपी और मध्य प्रदेश में, खाली हुई विधानसभा सीटों पर पूरी तैयारी और दमदारी के साथ, ये उपचुनाव अकेले अपने दम पर लड़ेगी।
आरएलएसपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का फैसला किया
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) बिहार में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ेगी और आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। बसपा अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी ने आरएलएसपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
अगर जनता ने गठबंधन को बहुमत दिया तो आरएलएसपी के मुखिया उपेन्द्र कुशवाहा मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन का मकसद बिहार की राजनीति, सरकार और सामान्य जीवन में उपेक्षित वर्गों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और अगड़ी जातियों के गरीब लोगों को बराबरी का हक दिलाना है।
मायावती ने कहा कि बिहार में अभी तक कई बार गठबंधन की सरकारें बन चुकी हैं, लेकिन उनमें से किसी ने भी इस राज्य के गरीबों और दलितों के उत्थान के लिये कोई ठोस कदम नहीं उठाये। पांच साल तक कुम्भकर्ण की नींद सो रही केन्द्र और बिहार सरकारों ने चुनाव नजदीक आने पर घोषणाओं की झड़ी लगा दी। मगर जनता इतनी नामसझ नहीं है।
इस बार वह किसी बहकावे में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय' की नीति पर चलने वाली सरकार की सख्त जरूरत है, जो बसपा-आरएलएसपी गठबंधन उसे देगा।