लाइव न्यूज़ :

साढ़े चार साल तक BJP सांसद बने रहे बैठकों में मूक दर्शक, विधानसभा चुनाव के परिणाम देख शाह को आई उनकी याद! 

By रामदीप मिश्रा | Updated: December 25, 2018 19:12 IST

बीजेपी प्रमुख 20 दिसंबर से सांसदों से मिल रहे हैं। वह अब तक हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और दिल्ली जैसे राज्यों के सांसदों से मिल चुके हैं।

Open in App

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस महीने आए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणामों के बाद और पार्टी को मिली करारी हार के बाद नई रणनीति बनाने में जुटे हैं। वे इस दौरान पार्टी के सांसदों से मिल रहे हैं। हालांकि उनके इस प्रयास को पार्टी सांसद विफल बता रहे हैं क्योंकि उनका है कि अब बहुत देर हो चुकी है। 

दरअसल, बीजेपी प्रमुख 20 दिसंबर से सांसदों से मिल रहे हैं। वह अब तक हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और दिल्ली जैसे राज्यों के सांसदों से मिल चुके हैं। वहीं, वह 4 जनवरी तक सांसदों से मिलेंगे। शाह बैठकों में बोलने में बहुत कम समय खर्च करते हैं। साथ ही साथ सांसद की शिकायतों को सुनने और आगामी 2019 लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की चुनावी रणनीति के लिए सुझाव देने के लिए कहते हैं।

द प्रिंट के मुताबिक, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पराजय होने के बाद कई सांसदों को कम से कम शाह में अपेक्षित बदलाव नजर आया है। हालांकि उन्हें यह भी लगता है कि उनके सुझावों को पार्टी की रणनीति में शामिल नहीं किया जा सकता और शाह का उनके पास पहुंचने की कोशिश केवल प्रकाश में आने के अलावा कुछ नहीं है।

बीजेपी के एक वरिष्ठ सांसद नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमें (सांसदों को) बोलने के लिए कहा गया है ताकि हम शिकायत न कर सकें कि हमें सुना नहीं गया। बीजेपी के आलाकमान द्वारा पार्टी के मामलों में सांसदों को शामिल करने का यह अहसास बहुत देर से हुआ है और मुझे अभी भी यकीन नहीं है कि इसका कोई मतलब होगा।

रिपोर्ट में बताया गया है कि पहली बैठक में मौजूद एक अन्य वरिष्ठ सांसद ने कहा कि बीते सप्ताह कुछ सांसदों ने अपनी बात कही है।  क्योंकि वे साढ़े चार साल तक बैठकों में मूक श्रोताओं की भूमिका निभाते रहे हैं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी प्रमुख अमित शाह मुख्य वक्ता रहे हैं। पार्टी आलाकमान जानता है कि उन्होंने हम में से अधिकांश की राय को नहीं सुना है और हमने साढ़े चार साल की अवधि में सुनना सीखा है, लेकिन बोलना नहीं सीखा है।

टॅग्स :अमित शाहभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
Open in App

संबंधित खबरें

भारत'अमित शाह ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन का आधार तैयार करने के लिए SIR का इस्तेमाल किया', ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

भारतनूरा कुश्ती या भड़ास निकालने का सही समय, महायुति में मारामारी

भारतगृह मंत्री अमित शाह से मिले सम्राट चौधरी, और अधिक मजबूती से काम करेगी NDA सरकार

भारतConstitution Day 2025: 'मजबूत राष्ट्र के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करता है संविधान', अमित शाह ने संविधान दिवस की दी शुभकामनाएं

भारतकुरुक्षेत्र में भगवान कृष्ण के पवित्र शंख को समर्पित स्मारक 'पांचजन्य' का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा