PM मोदी पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- चीन पर बोलना था चना पर बोले, पर बकरीद तो भूल ही गए
By अनुराग आनंद | Published: June 30, 2020 08:28 PM2020-06-30T20:28:28+5:302020-06-30T20:48:21+5:30
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कई सारे त्योहारों के नाम लिए लेकिन वह अपने भाषण के दौरान बकरीद पर्व का जिक्र करना तो भूल ही गए।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर तंज कसते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी को चीन पर बोलना थे, लेकिन वो चना पर बोलकर चले गए। इसके साथ ही ओवैसी ने कहा कि हलांकि आपके द्वारा बिना योजना के लॉकडाउन लगाए जाने की वजह से आज के समय में चना भी बेहद जरूरी है।
इसके साथ ही ओवैसी ने कहा कि आपने देखा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कई सारे त्योहारों के नाम लिए लेकिन वह अपने भाषण के दौरान कुछ समय बाद होने वाले बकरीद के पर्व का जिक्र करना भूल गए। उन्होंने कहा कि लेकिन कोई बात नहीं आप सबों को ईद मुबारक।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज देश के नाम संबोधन में ये कहा-
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि नवंबर माह तक देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया जाएगा। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि सभी लोगों को एक किलो चना भी मुफ्त में दिया जाएगा।
.@PMOIndia aaj China par bolna tha, bol gaye CHANA par. Which was also necessary since your unplanned lockdown had left many working people without food.
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 30, 2020
Also noticed that you listed many festivals in coming months but missed Baqr Eid? Chaliye, phir bhi aapko peshgi Eid Mubarak
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में एक महत्वपूर्ण ऐलान किया है। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया है। इस दौरान 80 करोड़ गरीब लोगों को महीने में 5 किलो गेहूं और 5 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा। साथ ही एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले 5 महीने गरीबों को राशन देने में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 90 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये हो जाता है।
उन्होंने कहा कि अब पूरे भारत के लिए एक राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है यानि एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड। इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा, जो रोज़गार या दूसरी आवश्यकताओं के लिए अपना गांव छोड़कर के कहीं और जाते हैं।
राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण पर ये कहा-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमला कर रहे राहुल गाँधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद हमला किया " तू इधर उधर की न बात कर, ये बता कि क़ाफ़िला कैसे लुटा, मुझे रहज़नों से गिला तो है,पर तेरी रहबरी का सवाल है"।
कांग्रेस ने भी सवाल उठाया कि मोदी चीन को लेकर खामोश क्यों हैं,कॅरोना पर कोई बड़ा फ़ैसला क्यों नहीं। लेकिन राहुल अपनी बात पर अड़े रहे और फिर दोहराया कि सरकार हर गरीब के खाते में 7500 रुपये 6 महीने तक डाले ताकि देश की अर्थ व्यवस्था को फ़िर से पटरी पर लाया जा सके।
राहुल ने राष्ट्रीय स्तर पर जहाँ सरकार के खिलाफ मोर्चा संभाला तो प्रियंका उत्तर प्रदेश में योगी सरकार पर हमलावर थीं।
प्रियंका ने योगी के रोज़गार देने के वादे और नारे पर वॉर किया यह कहते हुये "आंकड़ों के अनुसार यूपी से लगभग 1.5 लाख लोग तो अभी मुंबई वापस जा चुके हैं। यूपी सरकार ने एक आयोजन के ज़रिए यूपी में फैली भयंकर बेरोज़गारी को ढँकने की कोशिश की लेकिन ज़मीनी सच्चाई को विज्ञापनों से कब तक छुपाया जा सकता है"।