विनोद राय ने उजागर किया था 1.76 लाख करोड़ का 2जी घोटाला, सिब्बल बोले- माफी मांगे!

By आदित्य द्विवेदी | Published: December 21, 2017 12:33 PM2017-12-21T12:33:08+5:302017-12-21T13:03:44+5:30

पूर्व नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) विनोद राय ने राष्ट्रमंडल खेलों और 2जी स्पेक्ट्रम घोटालों की ऑडिट रिपोर्ट तैयार की थी।

2G scam Verdict: Vinod Rai, who raises the 1.76 crore 2G scam | विनोद राय ने उजागर किया था 1.76 लाख करोड़ का 2जी घोटाला, सिब्बल बोले- माफी मांगे!

विनोद राय ने उजागर किया था 1.76 लाख करोड़ का 2जी घोटाला, सिब्बल बोले- माफी मांगे!

Highlightsविनोद राय 1972 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैंविनोद राय ने किताब लिखी है- 'नॉट जस्ट एन अकाउंटेंट: द डायरी ऑफ़ द नेशंस कॉन्शंस कीपर'विनोद राय ने 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले के साथ राष्ट्रमंडल खेलों की भी ऑडिट रिपोर्ट तैयार की थी।

यूपीए-2 शासन काल के सबसे चर्चित 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर कर दिया है। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि सरकारी वकील कोई भी आरोप साबित नहीं कर सके। जज ओपी सैनी ने कहा कि अभियोजन पक्ष यह साबित करने में नाकाम रहा है कि दो पक्षों के बीच पैसे का लेन देन हुआ है। फैसला आने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा, 'आज मेरी बात सिद्ध हो गई। कोई करप्शन नहीं, कोई नुकसान नहीं। अगर स्कैम है तो झूठ का स्कैम है। विपक्ष और विनोद राय के झूठ का। विनोद राय को देश से माफी मांगनी चाहिए।'

कौन हैं विनोद रॉय

2010 में विनोद राय भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक थे। उस वक्त उन्होंने एक रिपोर्ट पेश की जिसमें साल 2008 में किए गए 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन पर सवाल खड़े किए गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में नीलामी नहीं की गई बल्कि 'पहले आओ-पहले पाओ' के आधार पर आवंटन किया गया। इससे सरकारी खजाने को करीब 1 लाख 76 हजार करोड़ रुपये की चपत लगी।

राय ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर भी लगाए आरोप

विनोद राय ने किताब लिखी है- 'नॉट जस्ट एन अकाउंटेंट: द डायरी ऑफ़ द नेशंस कॉन्शंस कीपर'। विमोचन के साथ ही किताब विवादों में रही है। अपने किताब में विनोद राय ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए-2 सरकार शीर्ष नेतृत्व की आलोचना की है। विनोद राय ने 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले के साथ राष्ट्रमंडल खेलों की भी ऑडिट रिपोर्ट तैयार की थी।

विनोद राय पर की भी आलोचना

विनोद राय के आलोचकों का मानना है कि वो यूपीए सरकार की आलोचना करके नरेंद्र मोदी सरकार के करीब जाना चाहते हैं। हालांकि नियम के मुताबिक कोई भी पूर्व सीएजी सरकार का कोई पद नहीं ले सकते और ना ही पब्लिक सेक्टर के साथ काम कर सकते हैं। दूसरी तरफ एक तबका है जो विनोद राय को हीरो मानता है क्योंकि उनके प्रयासों से ही इतने बड़े घोटाले का पता चल सका।

विनोद राय 1972 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की पढ़ाई की है। राय को क्रिकेट और टेनिस का शौक है।

Web Title: 2G scam Verdict: Vinod Rai, who raises the 1.76 crore 2G scam

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