कांग्रेस के 136वें स्थापना दिवसः सोनिया गांधी ने केंद्र पर बोला हमला, राहुल की गैर मौजूदगी से उठा विवाद
By शीलेष शर्मा | Published: December 28, 2020 06:39 PM2020-12-28T18:39:55+5:302020-12-28T20:20:31+5:30
कांग्रेस के स्थापना दिवस पर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हम कहेंगे कि पीएम ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह का व्यवहार छोड़िए और किसानों से बात करिए।
नई दिल्लीः कांग्रेस स्थापना की 136वीं वर्ष गांठ का जश्न मना रही थी, लेकिन पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी समारोह में मौजूद नहीं थे, जो समारोह के साथ विवाद का कारण बन गया।
भाजपा को राहुल पर हमला करने का मौका मिल गया। मोदी सरकार में मंत्री वीके सिंह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सहित तमाम भाजपा नेताओं ने राहुल पर सवालों की झड़ी लगा दी। दरअसल राहुल अपनी बीमार नानी को देखने एक दिन पहले ही इटली रवाना हुये थे।
भाजपा के हमले के जबाब में कांग्रेस ने पलटवार किया ,केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला ने पूछा कि क्या कोई अपने परिवार के बीमार सदस्य को देखने नहीं जा सकता, भाजपा नेता क्या कुछ अलग करते है, सुरजेवाला का तर्क था कि राहुल अब पार्टी के अध्यक्ष नहीं है, वह पार्टी जो काम उनको देती है वह उसे करते हैं।
आजादी से पहले की तरह हैं देश के मौजूदा हालात : सोनिया
सोनिया गांधी ने पार्टी के 136वें स्थापना दिवस पर सोमवार को दावा किया कि देश में वर्तमान परिस्थितियां आजादी के पहले की तरह हैं और ‘तानाशाही ताकतों’ से देश को बचाने के लिए सभी को एकजुट होना होगा।
उन्होंने आजादी के आंदोलन और देश के विकास में कांग्रेस के योगदान का उल्लेख किया और यह दावा किया, ‘‘आज फिर से परिस्थितियां आजादी से पहले की तरह हैं। जनता के अधिकार कुचले जा रहे हैं। चारो तरफ तानाशाही का आलम है। लोकतांत्रिक और संवैधानिक संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है। बेरोजगारी चरम सीमा पर है। खेत-खलिहान पर हमला बोला जा रहा है। देश के अन्नदाता पर काले कानून थोपे जा रहे हैं।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि हम एक बार फिर देश को तानाशाही ताकतों से बचाएं और उनसे लोहा लें। यही सच्ची राष्ट्रभक्ति है।’’
उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान किया, ‘‘जिस तिरंगे के नीचे हमने आजादी हासिल की थी, आज उसी तिरंगे के नीचे हमें एकजुट होना होगा। कांग्रेस को हर मोर्चे पर मजबूत बनाना होगा। यह तिरंगा कांग्रेस और देशवासियों के लिए जीने का हौसला है, लोगों की आशाओं का प्रतीक है और देश का गौरव है। हमें आम जन के दिलों को जीतना है।’’
सरकार को किसानों की आवाज़ सुननी चाहिये
इसी बीच प्रियंका गाँधी ने इस विवाद की धार बदलते हुये कहा कि बड़ा सवाल यह है कि सरकार को किसानों की आवाज़ सुननी चाहिये ,सरकार का यह कहना कि यह एक राजनैतिक साजिश है ,यह एकदम गलत है ,सरकार किसानों के प्रति जबाब देह है, उनकी बात सुनी जाये और तीनों काले क़ानून वापस लिये जायें।
राहुल ने इटली से ही ट्वीट कर लिखा " किसान की आत्मनिर्भरता के बिना देश कभी आत्मनिर्भर नहीं बन सकता " राहुल ने बिना मोदी का नाम लिये ट्वीट के ज़रिये हमला किया। उन्होंने पार्टी के 136 वे स्थापना दिवस पर अपनी बात भी ट्वीट के ज़रिये साझा की।
पार्टी मुख्यालय पर एके एंटनी ने गुलाम नबी आज़ाद के साथ ध्वजारोहण किया, इस मौके पर पार्टी के दूसरे नेता भी मौजूद थे ,स्वास्थ्य कारणों से सोनिया गाँधी गैर मौजूद रहीं लेकिन प्रियंका गाँधी ने पूरी शिद्दत से कार्यक्रम में हिस्सा लिया।