Chandra Grahan 2020: 5 जुलाई को चंद्र ग्रहण, इन बातों का जरूर रखें ध्यान और पढ़ें ये मंत्र

By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: June 24, 2020 02:04 PM2020-06-24T14:04:53+5:302020-06-24T16:28:07+5:30

Next

साल का तीसरा चंद्र ग्रहण 5 जुलाई को लगेगा। यह दूसरा ग्रहण रात को 11 बजकर 15 मिनट से आरंभ हुआ और रात के 2 बजकर 34 मिनट तक जारी रहा

इस दौरान चंद्रमा ने वृश्चिक राशि में भ्रमण किया। इस उपछाया में पूर्ण चंद्र ग्रहण नहीं माना जाता है। केवल चंद्रमा धुंधला दिखाई पड़ता है इस वजह से इसे चंद्र मालिन्य भी कहा जाता है।

चंद्र ग्रहण के दिन सात्विक रहकर ईश्वर आराधना करना चाहिए। ग्रहण काल में किए गए कार्यों का शुभ फल प्राप्त नहीं होता है। इसलिए ग्रहण काल में भगवान की मूर्ति स्पर्श नहीं करनी चाहिए

इस समय बाल और नाखून नहीं काटना चाहिए। गर्भवती महिलाएं को ग्रहणकाल में विशेष सावधानी बरतना चाहिए और कैंची, चाकू आदि नुकीली चीजों से कोई वस्तु नहीं काटनी चाहिए।

ग्रहण से पहले से बने भोजन का सेवन ग्रहण के दौरान या उसके बाद नहीं करना चाहिए। ग्रहण के दौरान, यह माना जाता है कि पृथ्वी पर हानिकारक किरणें फैल जाती हैं। इसलिए घर के अंदर रहना चाहिए और सीधे ग्रहण देखने से बचना चाहिए

मान्यता है कि गर्भावस्था के दौरान जब एक गर्भवती महिला चंद्र ग्रहण देखती है, तो जन्म लेने वाले बच्चे के होंठ फटे हुए होते हैं। इस दौरान किसी नुकीली चीज का उपयोग नहीं करना चाहिए।

शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण का मानव जीवन पर ज्यादा दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन इस दौरान प्रभु आराधना करने और कुछ एहतियात बरतने की सलाह दी जाती है।

ग्रहण के दौरान किए जाने वाले जाप और मंत्र सिद्ध हो जाते हैं। सूर्य ग्रहण के समय सूर्य की और चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। इसके सात गुरु के दिए हुए मंत्रों या अपने आराध्य देव के मंत्रों का जाप करने से भी कई गुना फल की प्राप्ति होती है