जनरल बिपिन रावत और आर्मी प्रमुख एमएम नरवणे से मिले सूबेदार नीरज चोपड़ा, स्वर्ण पदक विजेता को दी बधाई, देखें तस्वीरें

By सतीश कुमार सिंह | Published: August 10, 2021 06:48 PM2021-08-10T18:48:14+5:302021-08-10T18:51:42+5:30

Next

भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को ओलंपिक में पहले एथलेटिक्स स्वर्ण पदक पाने के भारत के इंतजार को खत्म करके इतिहास रचने को लेकर भारतीय सेना में प्रोन्नति मिलने की संभावना है।

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी सूबेदार नीरज चोपड़ा की सराहना की। टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के प्रदर्शन के लिए बधाई दी, जिसने देश को गौरवान्वित किया।

सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने सूबेदार नीरज चोपड़ा के साथ बातचीत की और टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने चोपड़ा के परिवार के सदस्यों को भी उनके प्रदर्शन के लिए बधाई दी।

भारतीय सेना में चार राजपूताना राइफल्स के सूबेदार चोपड़ा को उनकी शानदार खेलकूद प्रतिभा को लेकर प्रतिष्ठित विशिष्ठ सेवा पदक प्रदान किया गया है। हरियाणा के पानीपत जिले के खांद्रा गांव के एक किसान के बेटे 23 वर्षीय नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर भाला फेंककर दुनिया को स्तब्ध कर दिया और भारतीयों को जश्न में डुबा दिया।

एथलेटिक्स में पिछले 100 वर्षों से अधिक समय में भारत का यह पहला ओलंपिक पदक है। सेना में संबधित विषय के जानकारों ने बताया कि सूबेदार चोपड़ा को टोक्यो ओलंपिक्स में उनके शानदार प्रदर्शन को लेकर निर्धारित नियमों एवं प्रक्रियाओं के तहत प्रोन्नति मिलेगी। रक्षा मंत्री एवं सशस्त्र बलों ने इन सैन्यकर्मी की यह कहते हुए तारीफ की थी कि उन्होंने ‘सच्चे सैनिक’ की भांति प्रदर्शन करके देश को गौरवान्वित किया है। चोपड़ा, 15 मई, 2016 को नायब सूबेदार के तौर पर चार राजपूताना राइफल्स में शामिल हुए थे।

टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने कहा कि वह खेल में अपना अभ्यास जारी रखेंगे और अपने ऊपर सुपर स्टार वाली सोच (सफलता का खुमार) कभी हावी नहीं होने देंगे। खिलाड़ी के लिए ऐसी मानसिकता होना खतरनाक है और उनका पूरा ध्यान खेल पर ही रहेगा। चोपड़ा से जब पूछा गया कि इस वक्त आपके प्रशंसकों की संख्या (फैन फॉलोइंग) किसी फिल्मी सितारे से कम नहीं है, खासकर लड़कियों में, तो उन्होंने कहा, ‘‘ देखिए ये अच्छी बात है...लेकिन मैं सबसे ज्यादा ध्यान खेल पर रखना चाहता हूं , मैं अपना पूरा ध्यान खेल पर रखना चाहता हूं।’’

पेरिस ओलंपिक के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा, ‘‘ वह उसी समय देखेंगे, उसके बारे में उसी समय पता चलेगा लेकिन मैं अपनी तरफ से उसके लिए पूरी मेहनत करूंगा, और इस चीज से थोड़ी कोशिश करूंगा..जैसा आपने कहा कि सुपरस्टार वाली सोच वो थोड़ा न ही आए तो अच्छा रहेगा ’’ उन्होंने खेलों में ऐसी सोच को खतरनाक करार देते हुए कहा, ‘‘ बस अपनी ट्रेनिंग अच्छे से करुंगा और उसी पर ज्यादा ध्यान रखूंगा क्योंकि मुझे लगता है वही चीज बहुत जरूरी है। खेलों में ऐसी सोच आना थोड़ा खतरनाक हो जाता है। मैं खेल पर अपना सबसे ज्यादा ध्यान रखूंगा।’’

स्वर्ण पदक को मिल्खा सिंह के नाम किये जाने के बारे में पूछे जाने पर इस 23 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ मैंने उनका वह साक्षात्कार देखा था जिसमें वह कह रहे थे कि उनका एक सपना है कि कोई अपने देश का नौजवान या कोई भी लड़की वहां जाए और (एथलेटिक्स में) पदक लेकर आए और जब ऐसा हुआ तो खासकर राष्ट्रगान पर उन्हें बहुत ज्यादा खुशी होती कि उनका सपना पूरा हो गया।’’