1 / 10गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकाली। कृषि आंदोलन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पहले ही इस परेड की बात कही थी। हालांकि, इस दौरान खूब हंगामा देखने को भी मिला।2 / 10किसानों के कुछ जत्थे तय समय से पहले ही ट्रैक्टर परेड के लिए निकल गए। इसके बाद कुछ जगहों पर पुलिस से उनकी भिड़ंत भी हुई।3 / 10किसानों की इस ट्रैक्टर परेड के दौरान पूरी दिल्ली में इसका असर दिखा। किसान ट्रैक्टर परेड के लिए निर्धारित रूट से अलग भी दिल्ली में कई स्थानों पर प्रवेश कर गए, जिसके बाद भारी बवाल हुआ।4 / 10किसानों की ट्रैक्टर परेड का असर दिल्ली के यातायात पर भी नजर आया। जीटीके रोड, आउटर रिंग रोड, बादली रोड, केएन काटजू मार्ग, मधुबन चौक, कंझावला रोड, पाला रोड, नरेला और डीएसआईडीसी नरेला रोड पर इसका खासा असर दिखा।5 / 10ट्रैक्टर परेड से हालात दिल्ली में एक समय कितने खराब हो गए थे। इसका एक नजारा लाल किला पर दिखा। यहां किसान संगठनों ने अपना झंडा फहरा दिया।6 / 10दिल्ली में अक्षरधाम के पास किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई। इसमें किसानों को भी चोट आई। पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। साथ ही लाठी चार्ज भी करनी पड़ी।7 / 10इस हिंसा में पुलिस के जवानों को भी चोटें आई। कई जगहों पर किसान पत्थरबाजी और लाठी डंडों से पुलिस को सड़क पर दौड़ाते दिखे।8 / 10इससे पहले सुबह सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने पुलिस का बैरिकेड तोड़ दिया। दिल्ली के आईटीओ भी किसान पहुंचे जहां भारी हंगामा हुआ।9 / 10ऐसे ही हालात दिल्ली के नांगलोई इलाके में भी देखने को मिले। प्रदर्शनकारी किसानों पर यहां भी पुलिस ने आंसू गैस के गोले इस्तेमाल किए।10 / 10 दरअसल, दिल्ली पुलिस राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद ही किसानों को निश्चित मार्गों पर ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी। किसानों के मध्य दिल्ली की ओर जाने के हठ के बाद हालांकि अराजकता की स्थिति पैदा हो गई।