1 / 5जोड़ों से आने वाली आवाज को मेडिकल भाषा में क्रेपिटस कहा जाता है। क्रेपिटस सामान्य लोगों के जोड़ों को हिलाने-डुलाने पर आने वाली ध्वनि का मेडिकल नाम है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जोड़ों के भीतर रहने वाले द्रव में हवा के छोटे बुलबुले फूटते हैं। इन्हीं बुलबुलों के फूटने से यह आवाज पैदा होती है। कई बार जोड़ों के बाहर मौजूद मांसपेशियों के टेंडन या लिगामेंट्स की रगड़ से भी आवाज सुनाई देती है।2 / 5जोड़ों में हल्की चटकने की आवाज आना ऑस्टियोआर्थराइटिस का संकेत हो सकता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस एक तरह का गठिया रोग है, जिसमें हड्डियों के सिरों पर लचीले ऊतकों की संख्या कम हो जाती है।3 / 5अगर किसी बच्चे या किशोरावस्था में हड्डियों से कट-कट की आवाज आ रही है और उसकी हड्डियों में कोई दर्द या परेशानी का अनुभव नहीं हो रहा है तो परेशानी की कोई बात नहीं है। इसका मतलब यह नहीं कि बच्च्चे की हड्डियां कमजोर हैं या उसके शरीर में कैल्शियम की कमी है।4 / 5हड्डियों के कमजोर होने का लक्षण पकड़ कमजोर होना, नाखूनों का कमजोर होना, मसूड़ों का कमजोर होना, ऐंठन, मांसपेशियों में दर्द, हड्डियों में दर्द, शरीर झुकना, फिटनेस में कमी आदि हड्डियों के कमजोर होने लक्षण हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर आपको सतर्क हो जाना चाहिए।5 / 5हड्डियों से जुड़ी किसी भी समस्या का हल्के में नहीं लेना चाहिए और लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। हालांकि कुछ मौसमी फल भी हैं जिनके सेवन से आपको कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।