Closing bell: बाजार में दो दिन से जारी तेजी पर विराम, सेंसेक्स 289 अंक टूटकर 58,000 अंक से नीचे फिसला

By संदीप दाहिमा | Published: March 23, 2023 05:47 PM2023-03-23T17:47:22+5:302023-03-23T17:50:24+5:30

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घरेलू शेयर बाजारों में पिछले दो कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर बृहस्पतिवार को विराम लगा और उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 289 अंक टूटकर 58,000 अंक से नीचे फिसल गया।

यूरोपीय बाजारों के कमजोर रुख के साथ बैंक, वित्तीय और आईटी शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा। कारोबारियों के अनुसार, इसके अलावा सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में भारी बिकवाली से बाजार पर दबाव बना। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 289.31 अंक यानी 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,925.28 अंक पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान सेंसेक्स ऊंचे में 58,396.17 अंक तक गया और नीचे में 57,838.85 अंक तक आया। सेंसेक्स के 16 शेयर नुकसान में रहे। पचास शेयरों पर आधारित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 75 अंक यानी 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,076.90 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी में शामिल 30 शेयर नुकसान में रहे। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में भारतीय स्टेट बैंक रहा।

इसमें 1.69 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके अलावा एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, इंडसइंड बैंक, इन्फोसिस, पावरग्रिड और एचडीएफसी बैंक तथा एचडीएफसी लि. भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी ओर लाभ में रहने वाले शेयरों में नेस्ले इंडिया, मारुति, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, आईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर शामिल हैं।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजार में उतार-चढ़ाव रहा और मिल-जुले रुख के बीच करीब आधा प्रतिशत के नुकसान में रहा। शुरुआती गिरावट के बाद, निफ्टी में धीरे-धीरे सुधार आया। हालांकि, प्रमुख शेयरों में गिरावट से सूचकांक नुकसान में रहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आईटी कंपनियों के शेयरों पर दबाव बना रहने और बैंक तथा वित्तीय शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार में रुख नकारात्मक रहा।’’

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि का निर्णय किया और यह बाजार की उम्मीद के अनुरूप है लेकिन अमेरिकी वित्त मंत्री के बयान से चिंता बढ़ी है। उन्होंने कहा है कि सभी जमा के लिये बीमा पर विचार नहीं किया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू बाजार ने अनुकूल अमेरिका वायदा के साथ शुरुआती नुकसान से बाहर निकलने का प्रयास किया, लेकिन स्विस नेशनल बैंक के नीतिगत दर में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि के बाद यूरोपीय बाजारों में नरम शुरुआत से तेजी कुछ समय के लिये ही रही।’’

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे जबकि जापान के निक्की में गिरावट आई। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार बुधवार को नुकसान में रहा था। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक बुधवार को शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने 61.72 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।