worlds first Flying car PAL-V to be built in Gujarat
भारत में बनेगी उड़ने वाली पहली कार, फुल टैंक पर भरेगी 500 किलोमीटर उड़ान By रजनीश | Published: March 16, 2020 04:38 PM2020-03-16T16:38:36+5:302020-03-16T16:38:36+5:30Next Next उड़ने वाली कारें अभी पूरी तरह से प्रैक्टिकल नहीं हो पाई हैं। उड़ने वाली कारों को लेकर कई कंपनियां अपने स्तर पर काम कर रही हैं। यहां तक कि कैब प्रोवाइडर कंपनी उबर भी कुछ कंपनियों के साथ मिलकर उड़ने वाली कैब पर काम कर रही है लेकिन जल्द ही आपको अपने देश भारत में उड़ने वाली कार देखने को मिल सकती है। यह कार‘मेक इन इंडिया’ होगी। उड़ने वाली कार बनाने वाली कंपनी PAL-V ने एलान किया है कि इस कार का निर्माण गुजरात में होगा। इस कार को साल 2018 के जिनेवा इंटरनेशनल मोटर शो में कंपनी पेश भी कर चुकी है। इस कार की कीमत 4.3 करोड़ रुपये होगी। इस कार की पहली डिलीवरी 2021 से शुरू होगी। इस कार की बॉडी कार्बन फाइबर की होगी और इसके अन्य पार्ट्स एलुमिनियम और टाइटेनियम के बने होंगे। कार का वजन 680 किग्रा के आसपास होगा। कार में लगे प्रोपेलर की मदद से यह 12,500 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है। इस कार को गेसोलीन ईंधन की जरूरत होती है। सड़क पर यह कार 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल सकेगी वहीं उड़ने के दौरान इसकी अधिकतम स्पीड 322 किमी प्रति घंटा होगी। उड़ने वाली यह कार मात्र 10 मिनट में तीन सीट वाली कार से दो सीटों वाले गायरोकॉप्टर में बदल जाती है। कंपनी ने कार को ऐसे बनाया है कि सिर्फ एक बटन दबाने से इसके ब्लेड मुड़ जाते हैं। इस कार को दुनिया की पहली ‘ड्राइव एंड फ्लाई’ कार कहा जा रहा है। इस कार में बाइक की तरह हैंडल दिया गया है। जिसकी मदद से इसे सड़क और हवा दोनों जगहों पर कंट्रोल किया जा सकता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि कार को खरीदने के लिए एक शर्त होगी। इस कार को वही खरीद सकेंगे जिनके पास ड्राइविंग के साथ पायलट का भी लाइसेंस हो। यह कार तीन मिनट तक दौड़ते हुए उड़ती कार में तब्दील हो जाएगी। यह कार आपको 2021 में देखने को मिल सकती है। उड़ने वाली कुछ कारें फिल्म इंडस्ट्री के लिए भी कंपनी बनाएगी। कंपनी का कहना है कि यह कार तीन पहियों वाली होगी। कंपनी की तैयारी इसका सस्ता वर्जन भी लाने का है जिसे PAL-V लिबर्टी स्पोर्ट नाम दिया जाएगा। सस्ते वाले वर्जन की कीमत मौजूदा मॉडल के आधे से भी कम होगी। इस कार की हर यूनिट की कम से कम 150 घंटे की टेस्टिंग की जाएगी। कार में 102 लीटर का फ्यूल टैंक दिया जाएगा जिसकी मदद से कार को एक बार फुल टैंक कराने पर सड़क पर 1200 किमी और हवा में 500 किमी तक सफर किया जा सकेगा।टॅग्स :कारCarशेअर :