ऐसे करेंगे फ्यूचर प्लानिंग तो रिटायरमेंट के बाद नहीं होगी पैसों की कमी
By रामदीप मिश्रा | Published: June 21, 2019 03:56 PM2019-06-21T15:56:01+5:302019-06-21T15:56:01+5:30
जैसे ही आपकी नौकरी लगती है वैसे ही आप भविष्य के लिए सेविंग करने की प्लानिंग शुरू कर दें। अक्सर लोग अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग 30 की उम्र के बाद से शुरू करते हैं, उस समय खर्चे सबसे ज्यादा होते हैं।
जब भी हम नौकरी कर रहे होते हैं तो पैसे खर्च करने में संकोच नहीं करते हैं। यहां तक कि कई बार लोन लेकर जरूरतें पूरी करते हैं। इस दौरान कभी भविष्य की सेविंग्स को लेकर ध्यान नहीं देते हैं। यही वजह है कि रिटायरमेंट के बाद परेशानियों से जूझना पड़ता है। अगर आप 20 से 30 साल के हैं तो आपके पास सेंविंग्स करने के लिए यह सबसे सही समय होता है और यह सेविंग्स आपके भविष्य में बहुत काम आती है। आज हम आपको बताते हैं कि रिटायरमेंट की बाद वाली लाइफ के लिए आप कैसे करें सेविंग?
नौकरी लगते ही प्लानिंग करें शुरू
जैसे ही आपकी नौकरी लगती है वैसे ही आप भविष्य के लिए सेविंग करने की प्लानिंग शुरू कर दें। अक्सर लोग अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग 30 की उम्र के बाद से शुरू करते हैं, उस समय खर्चे सबसे ज्यादा होते हैं। आपको रिटायर होने के बाद कितने फंड की आवश्यकता होगीऔर कितना महीने के हिसाब से खर्च होगा इसके लिए आप रिटायरमेंट कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें। इसके बाद एक ठोस इन्वेस्टमेंट प्लान बनाकर अपनी वर्किंग लाइफ तक जारी रखें। ऐसा करने से आप आसानी से सेविंग्स कर सकेंगे और भविष्य शिक्योर रहेगा।
इमरजेंसी का फंड बनाने पर दें ध्यान
अक्सर देखा जाता है कि लोग बिना प्लानिंग किए ही अपना जीवन व्यतीत करते रहते हैं। हालांकि उन्हें अपनी लाइफ शिक्योर करके रखनी चाहिए। ध्यान रखें कि जब आप 30 की उम्र में हो तो आपकी टॉप प्राइयारिटी एक इमरजेंसी फंड बनाने की होनी चाहिए। थोड़ा-थोड़ा खर्चा कम करना चाहिए। इससे भविष्य में आपको मेडिकल इमरजेंसी, जॉब गंवाने जैसी अप्रत्याशित आर्थिक हालातों से निपटने में मदद मिलेगी।
इंवेस्टमेंट करने पर दें ध्यान
आप अपने कुछ पैसों का डायवर्सिफाइड इन्वेस्टमेंट प्लान रखें। लम्बी अवधि के नजरिए से वेल्थ तैयार करने के लिए म्यूचुअल फंड का ऑप्शन अपना सकते हैं। म्यूचुअल फंड से जब रिटर्न मिलेगा तो यह अन्य दूसरे एसेट क्लास से बेहतर रहेगा। जो लोग म्यूचुअल फंड को लेकर सहज नहीं हैं, उन्हें पीपीएफ, एफडी जैसे अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट ऑप्शन पर विचार करना चाहिए।
इंश्योरेंस को करवाएं
भविष्य की प्लानिंग करने के लिए सबसे अच्छा जरिए बीमा माना जाता है इसलिए अगर आप 30 की उम्र में हैं, तो उस समय डिपेंडेंट्स अधिक हो सकते हैं। ऐसे में आप एक प्योर टर्म प्लान के जरिए अपने लिए पर्याप्त लाइफ इंश्योरेंस जरूर रखें। यह उस वक्त आपकी फैमिली की जरूरत पूरा करेगा।