एसबीआई कार्ड ने अपने ग्राहक को जानो (केवाईसी) नियम की प्रक्रिया वीडियो माध्यम से पूरी करने की सुविधा शुरू कर दी है। ग्राहकों के अनुभव को आसान बनाने वाली इस सुविधा को कंपनी ने 'वीकेवाईसी' नाम दिया है। यह सुविधा एसबीआई कार्ड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को पूरी तरह कागज रहित और डिजिटल बनाएगी।
उल्लेखनीय है कि एसबीआई कार्ड देश की सबसे बड़ी क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली भारतीय स्टेट बैंक की सहायक कंपनी है। कंपनी ने कहा कि वीकेवाईसी से ना सिर्फ धोखाधड़ी को कम करने में मदद मिलेगी। बल्कि यह केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने में आने वाली लागत को करीब-करीब आधा कर देगी।
कंपनी ने देशव्यापी लॉकडाउन और कोविड-19 संकट के दौरान आपसी मेलजोल से दूरी के नियमों का पालन करने को ध्यान में रखते हुए यह सुविधा शुरू की है। एसबीआई कार्ड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरदयाल प्रसाद ने कहा कि हम प्रौद्योगिकी को आगे आकर अपनाने वाली कंपनी हैं। इसके लिए हमने रणनीतिक निवेश किया है और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा विकसित किया है।
आरबीआई की गाइडलाइन्स के मुताबिक वीडियो केवाईसी के लिए फेशियल रिकॉग्निशन, डाइनैमिक वेरिफिकेशन कोड, लाइव फोटो कैप्चर और जियो टैगिंग जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
सबसे पहले वीडियो केवाईसी की शुरुआत कोटक महिंद्रा बैंक ने की थी। बैंक ने यह सुविधा कोटक 811 बचत खाता के लिए उपलब्ध करवाई है। बैंक के मुताबकि वीडियो कॉल केवाईस के तहत ग्राहक को ऑनलाइन ही आधार और पैन को साझा करना होगा। इसके बाद बैंक का अधिकार वीडियो कॉल के जरिए केवाईसी की आगे की प्रक्रिया को पूरा करेंगे।