लॉकडाउन संकट में है पैसे की दिक्कत तो SIP बंद करने की जगह उठाए ये कदम
By निखिल वर्मा | Published: May 13, 2020 06:35 PM2020-05-13T18:35:52+5:302020-05-13T18:35:52+5:30
कोरोना वायरस महामारी संकट में आप एसआईपी बंद करने की जगह की 'पॉज' सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं.
कोरोना वायरस महामारी के चलते भारत सहित दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन चल रहा है। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बुरी मार पड़ी है। इसका असर लोगों की नौकरी के साथ ही सैलरी पर भी पड़ी है। भारत में ही कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती की है। लॉकडाउन की वजह कारोबारी जगत को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। इन सबके के बीच आय में हुई कमी से मासिक खर्च चलाना कईयों के लिए कठिन हो गया है। इसमें ईएमआई, निवेश की किस्तें, एसआईपी, बच्चों की फीस सब शामिल है।
अगर आप भी ऐसी स्थिति में हैं और म्यूचुअल फंड निवेशन एसआईपी को रोकने की सोच रहे हैं तो एक और विकल्प अपना सकते हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि इस समय शेयर बाजार डूब रहा है और एसआईपी को बंद कर देना चाहिए तो एसआईपी रोकने की जगह ‘पॉज’ करने के विकल्प पर ध्यान दे सकते हैं। यह सुविधा म्यूचुअल फंड हाउस खुद दे रहे हैं।
कई म्यूचुअल फंड कंपनियां में एसआईपी में 1 से 3 महीने तक ‘पॉज’ करने की सुविधा दे रही है। इसके अलावा कुछ कंपनियां ने पॉज की मियाद बढ़ाकर छह महीने कर दी है। अगर आप 'पॉज' सुविधा का लाभ उठाते हैं तो तीन महीने तक आपकी एसआईपी नहीं कटेगी और इसके बाद खुद कटने लगेगी। सबसे खास बात यह है कि इस पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं लगेगा।
केंद्र सरकार द्वारा 20 लाख करोड़ रुपये राहत पैकेज के ऐलान के बाद और लॉकडाउन खत्म होने के चर्चा के बीच अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। ऐसे में आप एसआईपी जारी रख सकते हैं। अगर तीन महीने बाद भी सब कुछ ठीक नहीं हुआ तो आपके पास इसे बंद करने का विकल्प होगा।
अगर आप भी एसआईपी ‘पॉज’ की सुविधा लेना चाहते हैं तो एसेट मैनेजमेंट कंपनी यानी एएमसी को मेल के जरिए इसकी जानकारी दे सकते हैं।
(नोट: बाजार में निवेश जोखिम भरा निर्णय होता है. निवेश के फैसले से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें)