नई दिल्लीः सरकरी पेंशन योजना एनपीएस (नई पेंशन प्रणाली) और एपीवाई (अटल पेंशन योजना) के अंशधारकों की कुल संख्या इस साल जनवरी के अंत में करीब 22 प्रतिशत बढ़कर 4.05 करोड़ पहुंच गयी।
पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के आंकड़े के अनुसार एक साल पहले इसी अवधि में दोनों योजनाओं से जुड़े अंशधारकों की संख्या 3.33 करोड़ थी। पीएफआरडीए ने कहा कि सालाना आधार पर यह 21.63 प्रतिशत वृद्धि को बताता है।
पीएफआरडीए आंकड़े के अनुसार अटल पेंशन योजना के तहत अंशधारकों की संख्या जनवरी 2021 में 31.17 प्रतिशत बढ़कर 2.65 करोड़ पहुंच गयी जो एक साल पहले इस दौरान 2.02 करोड़ थी। नियामक के अनुसार एनपीएस के तहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों की संख्या जनवरी 2021 में 3.74 प्रतिशत बढ़कर 21.61 लाख रही जबकि राज्य सरकार के कर्मचारियों का आधार 7.44 प्रतिशत बढ़कर 50.43 लाख रहा।
जनवरी 2021 के अंत में 43.07 लाख
एनपीएस के तहत सभी नागरिक श्रेणी में अंशधारकों की संख्या 31.72 प्रतिशत बढ़कर 14.95 लाख जबकि कॉरपोरेट क्षेत्र में 17.71 प्रतिशत बढ़कर 10.90 लाख पहुंच गयी। पीएफआरडीए ने कहा कि एनपीएस लाइट के तहत एक अप्रैल, 2015 से पंजीकरण की मंजूरी नहीं है। इसके अंतर्गत अंशधारकों की संख्या जनवरी 2021 के अंत में 43.07 लाख रही।
एनपीएस लाइट उन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। पीएफआरडीए के अनुसार 31 जनवरी, 2021 तक कुल पेंशन प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति 5,56,410 करोड़ रुपये रही जो सालाना आधर पर 35.94 प्रतिशत वृद्धि को बताता है।
ईपीएफओ में नये पंजीकरण दिसंबर में 24 प्रतिशत बढ़कर 12.54 लाख
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक उसके पास शुद्ध नए पंजीकरण की संख्या दिसंबर में 24 प्रतिशत बढ़कर 12.54 लाख हो गई। इन आंकड़ों से कोविड-19 महामारी के बीच औपचारिक क्षेत्र में रोजगार की स्थिति का पता चलता है।
श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ईपीएफओ के अनंतिम वेतन आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2020 में शुद्ध आधार पर 12.54 लाख खाताधारक बढ़े, जो एक सकारात्मक संकेत है। बयान में कहा गया कि वर्ष दर वर्ष आधार पर वेतन के आंकड़े दिसंबर में 24 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्शाते हैं।
खाताधारकों में बढ़ोतरी का यह आंकड़ा कोविड-पूर्व के स्तर के समान है। यह बढ़ोतरी नवंबर 2020 के मुकाबले 44 प्रतिशत अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 महामारी के बावजूद ईपीएफओ ने चालू वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों के दौरान लगभग 53.70 लाख खाताधारकों को जोड़ा।