पैसों की ज्यादा बचत करनी है तो फाइनेंशियल गोल सेट करना काफी जरूरी होता है। इन गोल्स के जरिए अपनी लाइफ को बदला जा सकता है। इसके लिए एक बात जरूरी यह है कि शुरु से ही अपने गोल का पता होना चाहिए। जब फाइनेंस पूरी तरह से हमारे कंट्रोल में होता है तो आने वाले दिनों में फाइनेंशियल इमरजेंसी से निपटा जा सकता है। यहां हम आपको बता रहे हैं ऐसे 3 जरूरी कदम जिनके जरिए ज्यादा से ज्यादा पैसों की बजत की जा सकती है।
डेट फंड्स में भी निवेश करें
कई बार इक्विटी मार्केट में अस्थिरता आ जाती है। कई लोगों को इसका नेगेटिव रिटर्न भी मिलता है। इस जोखिम से बचने के लिए इक्विटी मार्केट के साथ-साथ डेट फंड्स में भी निवेश करें। ऐसा इसलिए करना जरूरी है ताकि वोलेटिलिटी या मंदी आने पर आपके निवेश का जोखिम कम हो सके। ऐसा करने से आपका निवेश भी बैलेंस रहता है।
शॉर्ट टर्म डेट फंड्स में भी निवेश करें
शॉर्ट टर्म डेट फंड्स में रिस्क काफी ज्यादा होता है। इसकी वजह से लोग इसमें निवेश करने से डरते हैं। लेकिन इसमें भी कुछ हिस्सा निवेश करना फायदेमंद हो सकता है। आप शॉर्ट टर्म डेट फंड्स के रिस्क को एनएसपी में निवेश करके भी बैलेंस कर सकते हैं।
रिटायरमेंट को भी ध्यान में रखें
उम्र के साथ-साथ निवेश के तरीकों में भी बदल आने लगता हैं। कुछ लोगों का ध्यान रिटर्न कमाने और ग्रोथ के लिए ज्यादा रिस्क लेने पर होता है तो वहीं कुछ लोग सतर्क होकर निवेश करते हैं। 60 साल की उम्र में जहां ज्यादातर लोग रिटायर होने की सोचते हैं, बहुत लोगों को यह डर सताता है कि वो अपनी जमा की गई जमा-पूंजी का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। अच्छे रिटर्न के लिए कैश को बनाए रखें, रिस्क फैक्टर को कम करें। फिक्स रिटर्न और मार्केट से संबधित निवेश में तालमेल बैठाना जरुरी है।
रिटायरमेंट को कुछ ऐसे प्लान करें...
- सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में भी 8.3 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। एक व्यक्ति इस स्कीम में 15 लाख तक निवेश कर सकता है और सेक्शन 80D के तहत 1.5 लाख तक की इनकम टैक्स में डिडक्शन पा सकता है।
- हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम का होना बेहद जरुरी है। हेल्थ इंश्योरेंस का मुख्य उद्देश्य किसी हेल्थ इमरजेंसी में आर्थिक मदद कर सकता है। सेक्शन 80D में अब सीनियर सिटीजन को हेल्थ इंश्योरेंस में किए गए निवेश पर 50,000 रुपये तक की छूट मिलेगी।