कोरोना संकट के चलते 80% कामकाजी लोगों की आय में आई कमी, सर्वे का दावा
By भाषा | Published: June 15, 2020 01:50 PM2020-06-15T13:50:24+5:302020-06-15T13:50:24+5:30
सर्वे के अनुसार, अपना काम करने वाले ज्यादातर लोग मानते हैं कि आने वाले कुछ महीनों में उनकी आमदनी घटकर आधी हो सकती है। यह सर्वे ग्लोबल इंश्योरेंस और एसेट मैनेजमेंट कंपनी जेनेराली ने किया है।
नई दिल्ली: कोविड-19 संकट के बीच करीब 80 फीसदी कामकाजी लोगों ने इनकम में कमी आने का अनुभव किया है। वहीं, 90 फीसदी से ज्यादा लोगों का मानना है कि भविष्य में और भी कठिन समय आ सकता है। कंज्यूमर सेंटिमेंट पर एक सर्वे से इसका पता चलता है।
सर्वे के अनुसार, अपना काम करने वाले ज्यादातर लोग मानते हैं कि आने वाले कुछ महीनों में उनकी आमदनी घटकर आधी हो सकती है। यह सर्वे ग्लोबल इंश्योरेंस और एसेट मैनेजमेंट कंपनी जेनेराली ने किया है। इसमें 22 देशों के लोगों को शामिल किया गया। भारत में जेनेराली का फ्यूचर ग्रुप के साथ संयुक्त उद्यम (ज्वाइंट वेंचर) है।
भारत में यह अध्ययन एपिफैनी के जरिये किया गया। यह एक ग्लोबल रिसर्च मार्केट फर्म है। जेनेराली ने कहा, ''सर्वे के निष्कर्षों से कुल मिलाकर यह पता लगता है कि लोगों में घबराहट है। वे जिंदगी की अनिश्चितता को लेकर डरे हुए हैं।''
अध्ययन के अनुसार, ''कई लोगों को डर है कि वे अपने परिवार की सुरक्षा कर पाएंगे या नहीं। उन्हें हर स्तर पर आर्थिक नुकसान की आशंका से भी चिंता है।''
सर्वे में पाया गया कि 80 फीसदी कामकाजी भारतीयों ने इनकम में कमी का अनुभव किया है। 92 फीसदी को लगता है कि आने वाले दिनों में आर्थिक नुकसान बढ़ेगा। यह कहता है, ''करीब आधी कामकाजी आबादी अब घर से काम कर रही है। उन्हें उम्मीद है कि अभी आने वाले कुछ और महीनों के लिए यह जारी रहेगा। ज्यादातर उतने ही घंटे काम कर रहे हैं जितना ऑफिस में करते थे।''
इसके अलावा 95 फीसदी या करीब सभी भारतीयों को लगता है कि इनकम को नुकसान होने पर किसी न किसी तरह की राहत दी जाएगी। जिनकी इनकम को नुकसान हुआ है, उनमें से 54 फीसदी को अपेक्षा है कि सरकार मदद करेगी। 60 फीसदी स्थितियां बिगड़ने पर बचत और निवेश का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं। वहीं, 39 फीसदी को परिवार से मदद मिल जाने की उम्मीद है। करीब 40 फीसदी भारतीयों को उम्मीद है कि किसी न किसी रूप में उनकी कंपनी उन्हें कुछ राहत देगी।