World Boxing Championship: मैरी कॉम को ब्रॉन्ज मेडल से करना पड़ा संतोष, सेमीफाइनल में हारकर हुईं टूर्नामेंट से बाहर
By सुमित राय | Published: October 12, 2019 11:26 AM2019-10-12T11:26:18+5:302019-10-12T11:33:40+5:30
भारत की अनुभवी बॉक्सर मैरी कॉम को सेमीफाइनल मुकाबले में तुर्की की बुसेनाज साकिरोग्लू के खिलाफ 1-4 से हार का सामना करना पड़ा।
छह बार की चैंपियन एमसी मैरी कॉम को विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में हार मिली और उन्हें ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। भारत की अनुभवी बॉक्सर मैरी कॉम को सेमीफाइनल मुकाबले में तुर्की की बुसेनाज साकिरोग्लू के खिलाफ 1-4 से हार का सामना करना पड़ा।
इससे पहले मैरी कॉम ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया को 5-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी और मेडल पक्का किया था। वहीं तुर्की की बुसेनाज ने चीन की केइ चोंग्जू को क्वार्टर फाइल में हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। बुसेनाज ने यूरोपीय चैंपियनशिप और यूरोपीय खेलों में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
ब्रॉन्ज मेडल जीतने के साथ ही मैरी कॉम विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की सफलतम मुक्केबाज होने का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा। पदकों की संख्या के आधार पर वह पुरुष और महिला दोनों में सबसे सफल हैं। पुरुष वर्ग में क्यूबा के फेलिक्स सावोन ने सर्वाधिक सात पदक जीते हैं।
36 वर्षीय मैरी कॉम का महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप में यह 8वां मेडल है। मैरी ने इससे पहले छह गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीत चुकी थी। हालांकि उन्होंने ये सभी मेडल 48 किलोग्राम भारवर्ग में जीता था और इस बार वह 51 किलोग्राम भारवर्ग में खेलते हुए पहला मेडल हासिल किया है।
इसके अलावा मैरी कॉम के पास एक एशियाई खेल स्वर्ण पदक, चार एशियाई चैंपियनशिप स्वर्ण पदक और एक राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण है। मैरी कॉम ने 51 किलोग्राम भारवर्ग में 2014-एशियाई खेलों में गोल्ड और 2018 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल भी जीत चुकी हैं। लंदन ओलंपिक 2012 में भी मैरी कॉम ने 51 किलोग्राम भारवर्ग में ही ब्रॉन्ज जीता था।
एमसी मैरी कॉम का जन्म एक मार्च 1983 को मणिपुर में हुआ था और उनका पूरा नाम मैंगते चंग्नेइजैंग मैरी कॉम है। मैरी कॉम ने साल 2012 के लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज, 2010 के एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज और 2014 के एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
बॉक्सिंग में देश का नाम रोशन करने के लिए भारत सरकार ने साल 2003 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया और साल 2006 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। मैरी कॉम को 29 जुलाई 2009 को भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया। मैरी कॉम को 17 जून 2018 को वीरांगना सम्मान से विभूषित किया गया। मैरीकॉम को अप्रैल 2016 में राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था।